Bihar Chunav 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव से कुछ सप्ताह पहले केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने राज्य में एक रैली की। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय के बारे में विवादास्पद टिप्पणी की गई। गिरिराज सिंह के बयान की आरजेडी से लेकर कांग्रेस ही नहीं, बल्कि बीजेपी की सहयोगी पार्टी जेडीयू ने भी आलोचना की है।
गिरिराज सिंह ने रैली में एक मुस्लिम मौलवी के साथ अपनी कथित बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा “नमक हरामियों” से वोट नहीं चाहती। खास बात यह भी है कि अरवल और कुर्था निर्वाचन क्षेत्रों से एनडीए उम्मीदवारों, भाजपा के मनोज शर्मा और जदयू के पप्पू वर्मा के लिए चुनाव प्रचार शुरू हुआ था। इसमें गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी शामिल हुए।
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जेडीयू ने की गिरिराज सिंह की आलोचना
हालांकि बाद में जेडीयू ने कहा है कि गिरिराज सिंह की टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास नारे के विपरीत है। आरजेडी नेता ने अपनी आलोचना को और आगे बढ़ाते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी “वोटों के ध्रुवीकरण की बीजेपी की योजना का हिस्सा है।
हमें नहीं चाहिए वोट – गिरिराज सिंह
दरअसल, एक मौलवी के साथ अपनी कथित बातचीत का जिक्र करते हुए गिरिराज सिंह ने अरवल रैली में कहा, “हमने कहा, ‘आयुष्मान कार्ड मिला?’ उसने कहा, ‘हां मिला’, ‘हिंदू-मुसलमान हुआ?’ उसने कहा, ‘नहीं’, ‘बहुत अच्छा’। उसने कहा, ‘हां दिया था’। मैंने कहा, ‘खुदा का नाम लेकर बोलिए’ तो उसने कहा, ‘नहीं दिया था’। हमने कहा, ‘नरेंद्र मोदी ने गाली दिया था, हमने गाली दिया था?’ काहा, ‘नहीं’।”
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गिरिराज सिंह ने आगे कहा, “मैंने कहा, ‘मेरी गलती क्या थी?’ जो किसी का उपकार न माने उसे क्या कहते हैं? नमक हराम कहते हैं. हमने कहा, ‘मौलवी साहब, हमें नमक हरामों का वोट नहीं चाहिए’ आप ऐसे लोगों को क्या कहते हैं? गद्दार। मैंने कहा, ‘मौलवी साहब, हमें गद्दारों के वोट नहीं चाहिए’।”
आरजेडी जेडीयू ने क्या कहा?
गिरिराज सिंह के बयान पर अरवल कार्यक्रम में मौजूद जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि गिरिराज सिंह ने जो कहा वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के खिलाफ था। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी वोटों के लिए नहीं, बल्कि समावेशिता के लिए काम किया है।
इसके अलावा राजद ने गिरिराज सिंह को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध कुमार मेहता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गिरिराज सिंह जैसे लोगों को तुरंत अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर देना चाहिए लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे, क्योंकि भाजपा मुख्यतः नफ़रत की राजनीति में विश्वास रखती है। चुनाव आते ही, गिरिराज सिंह जैसे लोग वोटों का ध्रुवीकरण करने के लिए भड़काऊ बयान देंगे।