(मोहम्मद थावेर)
महाराष्ट्र एटीएस (आतंक रोधी दस्ता) के प्रमुख रहे शहीद हेमंत करकरे पर साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान को लेकर बवाल जारी है। मुंबई हमले में शहीद हुए करकरे पर भोपाल बीजेपी कैंडिडेट साध्वी प्रज्ञा के आपत्तिजनक बयान को अब उनके साथियों ने ठेस पहुंचाने वाला बताया। महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी अनामी रॉय ने कहा कि उन्होंने इस बयान को अनैतिक करार दिया। उल्लेखनीय है कि रॉय के नेतृत्व में ही करकरे की टीम ने 2008 मालेगांव ब्लास्ट मामले में प्रज्ञा ठाकुर पर आरोप लगाए थे।
ठाकुर के इस बयान से 28 नवंबर 2008 को करकरे के सेंट्रल मुंबई स्थित आवास पर हुआ तत्कालीन गुजरात सीएम नरेंद्र मोदी का दौरा भी चर्चा में आ गया है। तब उन्होंने एनएसजी कमांडोज के राहत-बचाव कार्य के दौरान ही शहीदों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए देने का ऐलान भी कर दिया था। 11 साल पहले ओबेरॉय होटल के बाहर पत्रकारों से बातचीत में मोदी ने कहा था, ‘हमें आतंक को जड़ों से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए। मैं दो बहादुर पुलिस अफसरों श्रीमान करकरे और श्रीमान सालस्कर के घर गया था। मैंने गुजरात सरकार की तरफ से शहीदों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है।’ इस दौरान नरेंद्र मोदी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान पर भी निराशा जाहिर की थी।
National Hindi News, 20 April 2019 LIVE Updates: दिनभर की अहम खबरों के लिए क्लिक करें
रिपोर्ट्स के मुताबिक उस समय करकरे की पत्नी कविता करकरे ने गुजरात सरकार की मदद को ठुकरा दिया था। शुक्रवार (19 अप्रैल) को इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में पूर्व डीजीपी रॉय ने कहा, ‘प्रज्ञा ठाकुर के बयान ने मुझे तकलीफ पहुंचाई है। अब जो जिंदा नहीं है उनका पक्ष रखने के लिए मैं आपसे बात करना चाहता हूं। एटीएस मुझे रिपोर्ट करती थी। पूरी जांच और चार्जशीट मेरे नेतृत्व में हुई थी। पूरी जांच पेशेवर तरीके से बिना किसी के दबाव में आए की गई थी।’