केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को भाजपा नेताओं के साथ बैठक में सीएम योगी की जमकर तारीफ की। सभी विधानसभा सीटों के प्रभारियों के साथ मीटिंग में शाह ने कहा कि कांग्रेस, एसपी और बीएसपी एक भी हो जाएं, तब भी भाजपा चुनाव नहीं हारेगी। यह बैठक वाराणसी में हुई थी।

शाह यूपी के दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को बनारस पहुंचे थे। जहां उन्होंने अगले विधासभा चुनाव के लिए तैयारियों का जायजा लिया। बैठक में शामिल पार्टी के एक नेता ने कहा कि शाह ने सभा में कहा कि भले ही कांग्रेस, सपा और बसपा एक साथ आ जाएं, लेकिन वे भाजपा को नहीं हरा पाएंगे।

सूत्रों के अनुसार, शाह ने कानून व्यवस्था, माफिया के खिलाफ कार्रवाई और महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन पर योगी सरकार की प्रशंसा की। शाह ने कहा कि जहां हर सरकार सत्ता विरोधी लहर का सामना करती है, वहीं आदित्यनाथ सरकार के पक्ष में सत्ता समर्थक मूड कहीं ज्यादा मजबूत है।

सूत्रों ने कहा कि शाह ने बताया कि 2022 के यूपी चुनाव के परिणाम 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए महत्वपूर्ण होंगे। उन्होंने कहा कि सभी की निगाहें यूपी पर हैं, क्योंकि दिल्ली में जीत का रास्ता इसी राज्य से होकर गुजरता है। 2017 में बीजेपी और उसके सहयोगियों ने विधानसभा की 325 सीटें जीती थीं। इस दौरान शाह ने पार्टी की राज्य इकाई से बड़ी जीत की दिशा में काम करने को कहा।

बैठक के बारे में बताते हुए पार्टी के एक नेता ने कहा- “बैठक का फोकस विधानसभा चुनावों के लिए विशेष रूप से बूथ स्तर पर संगठनात्मक मजबूती पर था। हमें प्रत्येक बूथ पर 100 नए सदस्यों को पंजीकृत करने और पहली बार के मतदाताओं से जुड़ने के लिए कहा गया है।

सूत्रों के अनुसार शाह ने कुछ निर्वाचन क्षेत्रों के प्रभारी से बात की और संगठनात्मक कार्यों पर उनकी राय मांगी। उन्होंने राज्य के नेताओं से सभी पार्टी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपने को कहा है। हालांकि चुनावों की घोषणा होनी बाकी है, लेकिन प्रभारी को अपने निर्धारित निर्वाचन क्षेत्रों में काम शुरू करने के लिए कहा गया है।

शाह की इस बैठक में शामिल पार्टी के एक नेता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने जिन्ना पर टिप्पणी को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अखिलेश ने जिन्ना की तुलना सरदार पटेल से करके ईमानदारी की कमी दिखाई है। उन्होंने यह भी कहा कि बसपा और कांग्रेस कमजोर हैं, और भले ही तीनों दल एक साथ आ जाएं, वे भाजपा को नहीं हरा सकते हैं”।

इस बैठक को सीएम आदित्यनाथ ने भी संबोधित किया। शनिवार को शाह और आदित्यनाथ आजमगढ़ में एक राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगे और वहां एक जनसभा को संबोधित करेंगे। शाह बाद में एक खेल आयोजन का उद्घाटन करने के लिए बस्ती का दौरा करेंगे और दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले गोरखपुर भी जाएंगे।