Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को रोजगार को लेकर एक बड़ी घोषणा की है। सीएम योगी ने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले में 100 एकड़ भूमि पर सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर “रोजगार क्षेत्र (Employment Zone)” बनाए जाएंगे।
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) क्षेत्र में 2,251 करोड़ रुपये की निवेश और विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के दौरान बोलते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि ये क्षेत्र युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान करेंगे, जिससे राज्य में एक औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र (Industrial Ecosystem) का निर्माण होगा।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के युवाओं को रोज़गार प्रदान करने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए दावा किया कि राज्य में सरकारी नौकरियों की बाढ़ आ गई है। उन्होंने हाल ही में हुई बड़े पैमाने पर भर्तियों और आगामी नियुक्ति अभियानों का ज़िक्र करते हुए कहा कि नए निवेश के ज़रिए 60 लाख से ज़्यादा युवाओं को निजी क्षेत्र में रोज़गार मिला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में 60,000 से ज़्यादा पुलिसकर्मियों की भर्ती की है। गोरखपुर के भी बड़ी संख्या में युवाओं का चयन हुआ है। 2,538 बाल विकास पर्यवेक्षकों की भर्ती पूरी हो चुकी है। जल्द ही हम स्टाफ नर्स और शिक्षकों की बड़े पैमाने पर भर्ती शुरू करने जा रहे हैं। सब-इंस्पेक्टरों की भर्ती की घोषणा पहले ही हो चुकी है और जल्द ही नई नौकरियों के लिए नए विज्ञापन जारी किए जाएंगे।
सीएम योगी ने जीआईडीए के प्लास्टिक पार्क में केन्द्रीय पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सीपेट) का कौशल प्रशिक्षण केन्द्र एवं सामान्य सुविधा केन्द्र स्थापित करने की भी घोषणा की। उन्होंने बताया कि 16 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली इस परियोजना के लिए जीआईडीए द्वारा 5 एकड़ ज़मीन निःशुल्क आवंटित की गई है। उन्होंने बताया कि इस केंद्र में स्थानीय युवा डिप्लोमा और डिग्री हासिल कर सकेंगे और रोज़गार के अवसर प्राप्त करने के लिए विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे।
राज्य में पिछली समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान कथित अराजकता की आलोचना करते हुए आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि “गुंडा टैक्स” पार्टी की एकमात्र विरासत है, क्योंकि व्यापारियों और उद्यमियों से जबरन वसूली उनकी संस्कृति का हिस्सा बन गई थी।
सीएम योगी ने कहा कि सपा सरकार में उद्यमियों का शोषण होता था और गुंडा टैक्स का बोलबाला था। आज कोई ऐसा करने की हिम्मत नहीं करता। और अगर आज कोई ऐसा करने की कोशिश भी करे, तो उसका यमराज (मृत्यु) इंतज़ार करते मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने बिहार में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और मतदाता सूचियों पर सवाल उठाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर विपक्ष पर भी निशाना साधा।
पिछली सरकार पर समाज को जाति के आधार पर बांटने और राज्य को दंगों की ओर धकेलने का आरोप लगाते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी तुष्टिकरण की राजनीति ने महिलाओं की गरिमा को नजरअंदाज किया और लोगों की सुरक्षा को कमजोर करने के अलावा राज्य के सामाजिक ताने-बाने को नष्ट कर दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग सत्ता में रहते हुए विकास लाने में विफल रहे, उनसे भविष्य में ऐसा करने की उम्मीद नहीं की जा सकती।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए कांग्रेस और राजद नेताओं पर भी हमला बोला और कहा कि यह राजनीति के निम्नतम स्तर को दर्शाता है। प्रधानमंत्री की मां का अपमान 140 करोड़ भारतीयों का अपमान है। नया भारत इस तरह के अपमान को कभी स्वीकार नहीं करेगा।
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योगी ने कहा कि जब भी विपक्षी दल ईवीएम के ज़रिए चुनाव जीतते हैं, तो भाजपा सहजता से उसे स्वीकार कर लेती है, लेकिन जब भाजपा जीत जाती है, तो इन मशीनों और मतदाता सूचियों को दोष देना शुरू कर देती है। इंडी (इंडिया) गठबंधन सिर्फ़ तुष्टिकरण की राजनीति पर टिका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग जाति, क्षेत्र या भाषा के आधार पर समाज को बांटते हैं, वे विकसित भारत के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा हैं और ऐसी ताकतों को उखाड़ फेंकना होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह के विभाजन हमेशा से गुलामी का मूल कारण रहे हैं और कुछ नेता जाति की राजनीति के जरिए देश को फिर से गुलामी की ओर धकेलने की कोशिश कर रहे हैं।
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(पीटीआई इनपुट्स के साथ)