Delhi News: राजधानी दिल्ली में जेल कर्मियों और कैदियों के बीच चल रहे मिलीभगत को लेकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना बुधवार (19 अक्टूबर, 2022) को सख्त कदम उठाया है। उपराज्यपाल ने 200 करोड़ रुपये की ठगी के आरोपी सुकेश चंद्रशेखर की मदद करने वाले 82 जेल कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार का मामला चलाने की अनुमति दी है। आर्थिक अपराध शाखा ने जनवरी में तिहाड़ जेल प्रशासन को पत्र लिखकर भ्रष्टाचार का मामला चलाने की अनुमति मांगी थी।
उपराज्यपाल ने यह भी नोट किया है कि जेल विभाग अब जेल में बंद आप नेता और मंत्री सत्येंद्र जैन के अधीन था। उपराज्यपाल कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि उनके नेतृत्व में कैदियों से मोबाइल फोन जब्त करने सहित कई गंभीर विवाद हुए, जिसके बाद हाल ही में विभिन्न जेल परिसरों में और उसके आसपास जैमिंग डिवाइस लगाए गए।
एक सूत्र ने कहा, ‘इसी तरह भीड़भाड़, कैदियों के बीच हिंसक झड़प और पैरोल वाले कैदियों ने विभाग को संकट में डाल दिया। यह मामला चंद्रशेखर द्वारा जेल अधिकारियों की मिलीभगत से 200 करोड़ रुपये की जबरन वसूली से संबंधित है। घटना के वक्त चंद्रशेखर रोहिणी जेल की जेल नंबर 10 में बंद था।
ईओडब्ल्यू ने जानकारी दी थी कि मामले में जांच के दौरान आरोपी द्वारा चलाए जा रहे रंगदारी सिंडिकेट को आसान बनाने के आरोप में सात अधिकारियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच के दौरान, इसमें 82 अन्य अधिकारियों की संलिप्तता भी पाई गई, जिन्होंने जेल से सिंडिकेट चलाने में मिलीभगत की थी। चंद्रशेखर वर्तमान में मंडोली जेल में बंद है। उस पर कई लोगों को धोखा देने का आरोप हैं, जिसमें फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रमोटर शिविंदर मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह जैसे हाई-प्रोफाइल लोग भी शामिल हैं।
17 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय ने चंद्रशेखर से जुड़े कई करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज को एक आरोपी के रूप में नामित करते हुए एक आरोप पत्र दायर किया। ईडी के मुताबिक, सुकेश चंद्रशेखर ने जैकलीन फर्नांडीज और एक अन्य बॉलीवुड अभिनेत्री नोरा फतेही को गिफ्ट में महंगी कारें और उपहरा दिए थे।
पिछले साल नवंबर में दिल्ली पुलिस ने अदालत को बताया था कि चंद्रशेखर रोहिणी जेल के अंदर से कई लोगों से बड़ी रकम पाने के लिए सरकारी अधिकारियों के लैंडलाइन नंबरों को धोखा देने के लिए हाई-एंड मोबाइल फोन एप्लिकेशन का उपयोग कर रहा था।