भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसे दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को भगत सिंह का दर्जा देने के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान पर रार के बाद डिप्टी सीएम खुद को इससे दूर करने की कोशिश की। गुजरात चुनाव से पहले अपनी पार्टी के लिए प्रचार करने गये मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं भगत सिंह के पैरों की धूल के बराबर भी नहीं हूं।” कहा कि मैं बहुत छोटा हूं। भगत सिंह जैसे महान क्रांतिकारी के बराबर मैं नहीं हो सकता हूं।
एबीपी न्यूज से उन्होंने कहा कि “हम भगत सिंह के केवल अनुयायी हैं। भगत सिंह और महात्मा गांधी जितने महान थे, सरदार पटेल जी जितने महान थे। मुझे लगता है कि कि इन लोगों ने अपनी जिंदगी में जो मुकाम हासिल किया, जिस पायदान पर वो खड़े हैं, हम तो उनके धूल के बराबर हैं। लेकिन मुझे लग रहा है कि हमारे अंदर एक भी अंश है तो हमें न तो जेल रोक सकती है और न ही इनकी सीबीआई रोक सकती है। हम बच्चों को पढ़ाएंगे। हमें इस बात में मजा आता है, जैसे भगत सिंह जी को देश की आजादी के लिए लड़ने में मजा आता था। उनका सपना था। आज हमारा सपना है कि पूरा जीवन एजूकेशन के लिए समर्पित किया जाए।”
लोगों से किया अनुरोध- 27 साल भाजपा को देखा, एक बार हमें भी देखें
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आने पर हर चार किलोमीटर पर शानदार सरकारी स्कूल खोले जाएंगे। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि एक बार आम आदमी पार्टी को भी अवसर दें। 27 साल से गुजरात की जनता भाजपा को देख रही है, एक बार हमें भी देखें।
कहा कि आज मौका है, हमें एक मौका दीजिए और हम गुजरात के सकारी स्कूलों को शानदार बना देंगे। उन्होंने इस दौरान दावा किया, “गुजरात के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है।”
उन्होंने लोगों से वादा किया, “पांच साल के अंदर-अंदर गुजरात के सारे सरकारी स्कूल बहुत शानदार हो जाएंगे। प्राइवेट स्कूलों के फीस भी नहीं बढ़ने देंगे, जैसे दिल्ली में नहीं बढ़ने दी।” कहा कि गुजरात में सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता इसलिए परेशान हैं कि वहां पढ़ाई-लिखाई नहीं हो रही है, तो दूसरी तरफ प्राइवेट स्कूलों के बच्चों के माता-पिता वहां बढ़ती फीस से परेशान हैं। हमारी सरकार आई तो यह दोनों समस्या नहीं रहेगी।