नोएडा के बिसाहड़ा गांव में रोक के बावजूद भाजपा और शिवसेना नेताओं ने महापंचायत बुलाई। महापंचायत उसी मंदिर में बुलाई गई जिससे पुजारी ने भीड़ को बीफ खाने के आरोप में मोहम्‍मद अखलाक को निशाना बनाने के लिए उकसाया था। गौतम बुद्ध नगर के जिला मजिस्‍ट्रेट एनपी सिंह ने सोमवार को यहां पर धारा 144 लगा दी थी। साथ ही पांच या इससे ज्‍यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रो लगार्इ थी। स्‍थानीय भाजपा नेता संजय राणा ने रविवार को अखलाक के परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने पर महापंचायत बुलाने की चेतावनी दी थी।

महापंचायत के दौरान लोगों ने 20 दिन के अंदर अखलाक के परिवार पर मामला दर्ज करने और उसे पीट पीटकर मार डालने के आरोपियों से मामला वापस लेने की मांग की। इस दौरान 50 के करीब लोग इकट्ठा हुए। महापंचायत में कुछ लोगों ने राज्‍य सरकार की ओर से अखलाक के परिवार को दी गई मदद को वापस लेने की मांग भी की। मांगें नहीं माने जाने पर 144 राजपूत गांवों की महापंचायत बुलाने की चेतावनी दी गई है। मामले में आरोपी विशाल राणा के पिता संजय राणा ने कहा कि उनके बच्‍चों के साथ अपराधियों की तरह व्‍यवहार किया गया। अखलाक के परिवार के साथ भी ऐसा ही व्‍यवहार हो।

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गौरतलब है कि पिछले साल बीफ खाने के आरोप में बिसाहड़ा गांव में भीड़ ने मोहम्‍मद अखलाक नाम के शख्‍स की पीट पीटकर हत्‍या कर दी थी। इस घटना के बाद पूरे देश में काफी बवाल हुआ था। इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया था। हाल ही में आगरा की फोरेंसिक लैब ने बताया कि जो मांस अखलाक के घर से मिला वह बीफ था। इसके बाद यह मामला फिर से उठा है।

बोले महंत आदित्यनाथ- अखलाक के परिवार से वापस लो फ्लैट और मुआवजा, गिरफ्तार लोगों को करो रिहा