गंगा नदी में गंदगी को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी का पुराना वीडियो शेयर किया है जिसमें वह कह रहे हैं कि कोई जाकर बनारस में कहे कि गंगा साफ कर देंगे तो लोग नहीं मानेंगे, लेकिन मोदी कहेगा तो लोग मान लेंगे। प्रधानमंत्री के इस वीडियो को शेयर कर कांग्रेस ने पूछा कि क्या हुआ तेरा वादा?
वीडियो में पीएम मोदी कह रहे हैं कि हमने कर के दिखाया है इसलिए लोगों को भरोसा है। साबरमती रिवरफ्रंट का टैग है हमारे ऊपर। इसके साथ ही इस क्लिप में बनारस के सिंधिया घाट के आसपास की गंगा को दिखाया गया है जोकि काफी गंदी है और उसके ऊपर हरी काई जम गयी है। गंगा का पूरा पानी हरा हो गया है।
वीडियो के साथ ही कांग्रेस ने ट्वीट में लिखा, “क्या हुआ तेरा वादा? बनारस में गंगा को ठीक करने, साफ करने की बात करने वाले नरेंद्र मोदी जी की सरकार में गंगा की हालत इतनी खराब हो गई है कि काई जमने के कारण पानी हरा दिखने लगा है। हालत यह है कि गंगा के पानी में और ठहरे हुए पानी में लोगों को अंतर करना मुश्किल होता जा रहा है।”
मोदी सरकार ने गंगा की सफाई के लिए शुरू किया था मिशन: गौरतलब है कि गंगा नदी की सफाई के लिए मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद 2015 में ‘नमामी गंगे’ मिशन’ शुरू किया था। इस मिशन का मकसद गंगा नदी के पानी को शुद्ध करना और इससे जुड़ी तमाम परियोजनाओं का एकीकरण करना है। इस कार्यक्रम के तहत 30,255 करोड़ रुपए की लागत से कुल 347 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
गंगा पहले से ज्यादा गंदी: हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि निर्मल और अविरल गंगा के लिए प्रधानमंत्री ने नमामि गंगे परियोजना शुरू की थी। गंगा एक्शन प्लान के तहत 1986 में चार राज्यों में गंगा को साफ करने के लिए अभियान शुरू किया गया था, जिसमें काफी पैसा खर्च हुआ, लेकिन नतीजा अच्छा नहीं निकला। केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद जब इसका मूल्यांकन किया गया तो पता चला कि गंगा पहले से ज्यादा गंदी हो गईं थी। सबसे ज्यादा खराब स्थिति कानपुर में थी।