राम मंदिर भूमि पूजन को लेकर राम नाम का गुणगान करने को लेकर कांग्रेस के भीतर ही फूट नजर आ रही है। पार्टी की केरल इकाई ने इसको लेकर आवाज उठाई है। कांग्रेस के त्रिशूर से सांसद टीएन प्रतापन ने राम मंदिर को लेकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का समर्थन तात्कालिक सफलता के लिए झुकने के जैसा है।

4 अगस्त को सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कांग्रेस सांसद ने कहा कि कांग्रेस ‘अति धार्मिक राष्ट्रवाद’ के पीछे नहीं भाग सकती। प्रतापन ने कहा कि ऐसे लाखों लोग हैं जो बाबरी मस्जिद की यादों को लेकर दुखी हैं। भले ही वे अदालत के फैसले को स्वीकार कर रहे हों, क्योंकि विध्वंस उनकी अंतरात्मा पर एक तरह का हमला था। हम उन्हें निराशा में नहीं छोड़ सकते। केरल के त्रिशूर से सांसद ने यह भी कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा द्वारा राम मंदिर को लेकर जो रुख अपनाया गया है वो ‘स्वीकार्य’ है क्योंकि उन्होंने एकता की बात की।

प्रतापन ने राम मंदिर निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन के संदर्भ में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रया का विरोध किया है। प्रतापन ने सोनिया को लिखे पत्र के बारे में पूछे जाने पर कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रिया बहुत खराब थी। कांग्रेस का रुख भाजपा के हिंदुत्व के रुख का समर्थन करना नहीं है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा नाम प्रतापन है, मैं भी हिंदू हूं। मैं भगवान की अराधना करता हूं। मैं अक्सर भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर जाता हूं और उनका आशीर्वाद लेता हूं। लेकिन हम उस हिंदुत्व का समर्थन नहीं कर सकते जो भाजपा और आरएसएस का है।’’ प्रतापन ने पत्र में कहा, ‘‘हम अति धार्मिक राष्ट्रवाद के पीछे इसके नरम स्वरूप के साथ भाग नहीं सकते।

उन्होंने लिखा कि हमें इस हालात का अहसास करना चाहिए और तत्काल विकल्प को स्वीकार करना चाहिए। यह एकता, सौहार्द और सहिष्णुता की राजनीति की विरासत पर आधारित होना चाहिए।’’ उनके इस पत्र और बयान को केरल की राजनीति और स्थानीय समीकरणों से जोड़कर देखा जा रहा है।

गौरतलब है कि कमलनाथ ने राम मंदिर के लिए भूमि पूजन का स्वागत करते हुए बुधवार को कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने राम मंदिर का ताला खुलवाया था और बहुत समय से हर भारतवासी की आकांक्षा थी कि राम मंदिर का निर्माण हो।

कमलनाथ ने भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय के मुख्यद्वार पर भगवान श्रीराम की तस्वीर के सामने दीप प्रज्वलित कर दीपोत्सव की शुरुआत की और आरती कर भगवान राम का पूजन भी किया। दिग्विजय सिंह ने भी राम मंदिर निर्माण के आरंभ का स्वागत किया, हालांकि उन्होंने भूमि पूजन के मुहूर्त को लेकर सवाल खड़े किए।