इरम सिद्दीक

कांग्रेस पार्टी में कुछ गतिविधियां ऐसी हो जाती हैं, जो चर्चा का विषय बन जाती है। मध्य प्रदेश में ऐसी ही एक घटना में भाजपा के एक कार्यकर्ता हर्षित सिंघाई को कांग्रेस पार्टी के जिला इकाई के यूथ विंग का महासचिव चुन लिया गया। चुनाव इसी महीने हुआ था। वह इस साल मार्च में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे और पिछले नौ महीने से भाजपा में हैं। यह घटना तब सामने आई जब शनिवार को उनको बधाई संदेश मिलना शुरू हो गए।

इस बीच जबलपुर नार्थ विधानसभा क्षेत्र के यूथ कांग्रेस चुनाव में उन्हें महासचिव घोषित कर दिया गया। इसकी जानकारी जब सामने आई तो हास्यास्पद स्थिति बन गई। यूथ कांग्रेस ने इसके लिए भाजपा को सस्ती लोकप्रियता पाने का नाटक बताया। जबकि भाजपा ने कांग्रेस की चुनाव प्रक्रिया पर ही सवाल उठाए।

एमपी यूथ कांग्रेस के चुनाव समन्वयक मकसूद मिर्जा ने कहा, “यह बीजेपी की सस्ती लोकप्रियता पाने का स्टंट है। सिंघई ने मार्च में अपना नामांकन दाखिल किया था। बाद में वे भाजपा में चले गए। उन्होंने कथित रूप से अपना नामांकन वापस नहीं लिया। चुनाव प्रक्रिया ऑनलाइन हुई और 1800 से ज्यादा नामांकन होने से किसी को भी उनके नाम की तरफ ध्यान नहीं गया। सिंघई कोई लोकप्रिय या बड़े नाम वाले नेता नहीं हैं।”

मिर्जा ने कहा, “हमने कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किया था कि वे आगे आएं और हमें सूचित करें कि क्या वे दूसरी पार्टी में चले गए हैं, या वे अपने नामांकन वापस लेना चाहते हैं। किसी कार्यकर्ता के पास कुछ जानकारी हो, तो वह चुनाव समिति को सूचित कर सकता है, लेकिन सिंघई के मामले में ऐसा नहीं हुआ।”

मिर्जा ने कहा कि भले ही चुनाव समिति को किसी कार्यकर्ता के स्विच करने की मौखिक जानकारी मिली हो, लेकिन नामांकन रद्द होने से पहले उसे किसी प्रकार के फोटो साक्ष्य जरूर देना चाहिए था, सिंघई के मामले में ऐसा नहीं हुआ।

मिर्जा ने अपने नामांकन को रद्द करने का कोई भी ईमेल प्राप्त करने से इनकार किया। “चुनाव भौतिक रूप से नहीं हुए, लोगों को वोटों की संख्या के अनुसार ऑनलाइन चुना गया था, जिसके कारण सिंघई को महासचिव घोषित किया गया था” सिंघई ने आरोप लगाया कि युवा कांग्रेस के चुनावों में मतदान करने वाले कई लोग अब भाजपा में हैं।

झाबुआ सीट के उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को 40,850 वोट हासिल करने के बाद युवा कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया।