कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी (52) का बुधवार (12 अगस्त, 2020) को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। इस बीच यशोदा हॉस्पिटल के एक डॉक्टर ने राजीव त्यागी के निधन पर अहम जानकारी साझा की है। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे एक वीडियो में हॉस्पिटल के डॉक्टर ने एक सवाल के जवाब में कहा है, ‘राजीव त्यागी अपने घर पर लाइव डिबेट में थे। डिबेट करते-करते वो ‘Suddenly Collapse’ हो गए। जब पारिवारिक सदस्यों ने उन्हें बेहोशी की हालत में देखा तो उन्हें सीपीआर दिया।’
डॉक्टर ने आगे कहा कि ‘उन्हें शाम को करीब साढ़े छह बजे हॉस्पिटल लाया गया। उनका ब्लड प्रेशर और पल्स नहीं था। हमनें उन्हें तुरंत सीपीआर दिया। वेंटिलेटर पर रखा गया। 45 मिनट तक उन्हें सीपीआर दिया गया। मगर उन्हें बचाया नहीं जा सका।, राजीव त्यागी के अचेत होने के बाद उन्हें यशोदा हॉस्पिटल में ही भर्ती कराया गया था।
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे डॉक्टर की प्रतिक्रिया वाले वीडियो को वरिष्ठ पत्रकार और फिल्मकार विनोद कापड़ी ने भी शेयर किया है। डॉक्टर का वीडियो वायरल होने के बाद लोग जमकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं और तब डिबेट में मौजूद भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
ट्विटर यूजर्स शिवानी @INSANIYAT34258 लिखती हैं, ‘राजीव त्यागी जी की एक आवाज जो देश के लिए उठती थी आज हमेशा के लिए शांत हो गई, यह उनकी आखिरी डिबेट है। संबित पात्रा राजीव त्यागी जी की मौत की जिम्मेदार हैं। पात्रा हत्यारें हैं।’ एके त्रिपाठी @Tripathispeak लिखते हैं, ‘मामले की जांच होनी चाहिए और हत्या के केस में संबित पात्रा को गिरफ्तार करना चाहिए।’
#YashodaHospital के डॉक्टर का बड़ा बयान #राजीव त्यागी LIVE DEBATE में थे #DEBATE करते करते वो SUDDENLY COLLAPSE हो गए
अब भी सोच लो मेरे मीडिया के दोस्तों – ये नफ़रती/घिनौनी बहस करनी है या नहीं ? pic.twitter.com/OSdalqHOEH
— Vinod Kapri (@vinodkapri) August 12, 2020
ऐसे ही के. मिश्रा @ManuMisra4 लिखते हैं, ‘हार्ट अटैक किसी को भी कहीं भी आ सकता है जैसे भूतपूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम जी शिलांग में स्पीच देते हुए आ गया था और तुरंत ही उनका स्वर्गवास हो गया था। तो क्या वहां भी डिबेट चल रही थी और रही बात नफरत की तो जो बोओगे वही काटोगे फिर भी जो हुआ वो दुःखद है।’एक यूजर @kirti_bakoriya लिखती हैं, ‘पूरी डिबेट देखी थी मैंने, राजीव त्यागी इस दौरान कहीं भी बेहोश नहीं हुए थे।’