Manoj Tiwari: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के गुजरात दौरे पर सवाल उठाए हैं। मनोज तिवारी का कहना है कि सीएम केजरीवाल को छठ पूजा की तैयारी के लिए दिल्ली में रुकना चाहिए था।

संवाददाताओं से बात करते हुए उत्तर-पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद ने कहा, “अरविंद केजरीवाल को छठ पूजा की तैयारी के लिए दिल्ली में रुकना चाहिए था। इसके बजाय वह गुजरात का दौरा कर रहे हैं क्योंकि वह यहां भक्तों की सुविधा नहीं चाहते हैं। अगर उन्हें दिल्ली की चिंता नहीं है, तो उन्हें पंजाब जाना चाहिए और वहां सीएम बनना चाहिए।”

केजरीवाल वोट के लिए धर्म का ढोंग कर रहे: यह पहला मौका नहीं है जब मनोज तिवारी ने सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार से अपील की थी कि भारतीय रुपये पर गांधीजी के साथ लक्ष्मी-गणेश की फोटो होनी चाहिए। इस पर भाजपा नेता मनोज तिवारी ने केजरीवाल के बयान को हास्यास्पद बताया था। उन्होंने कहा था कि अरविंद केजरीवाल वोट के लिए धर्म का ढोंग कर रहे हैं। भाजपा नेता ने केजरीवाल को दिल्ली और पंजाब में अपनी जिम्मेदारी संभालने की नसीहत दी थी।

यमुना में जहरीला रसायन छिड़कने का आरोप: वहीं, छठ पूजा के दौरान यमुना में प्रदूषण का मुद्दा एक बार फ‍िर उठ खड़ा हुआ है। द‍िल्‍ली जल बोर्ड यमुना नदी में झाग हटाने के ल‍िए केम‍िकल का छ‍िडकाव करा रहा है, जिस पर राजनीत‍ि शुरू हो गई है। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने गुरुवार को दिल्ली सरकार पर छठ पूजा से पहले यमुना से झाग निकालने के लिए जहरीला रसायन छिड़कने का आरोप लगाया था।

एलजी ने लौटाई फ़ाइल: इतना ही नहीं प्रदूषण कंट्रोल के लिए ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान को लेकर उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार के बीच जारी तनातनी भी कम होती नहीं दिख रही है। एलजी ने अभियान से जुड़ी फाइल सरकार को वापस लौटा दी है। एलजी के फाइल लौटाने पर केजरीवाल सरकार के पर्यावरण मंत्री भड़क गए हैं।

वहीं, दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के स्तर के बीच केंद्र सरकार के वायु गुणवत्ता पैनल ने अधिकारियों को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण के तहत प्रतिबंधों को तुरंत लागू करने का निर्देश दिया है। इन प्रतिबंधों में राष्ट्रीय सुरक्षा, रक्षा, रेलवे और मेट्रो रेल सहित अन्य आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर प्रतिबंध शामिल है।