मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जिले गोरखपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है। वहां ट्रेनिंग कर रहीं महिला सिपाहियों ने सेंटर की व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। रिक्रूट्स ने ये भी आरोप लगाया कि सेंटर के बाथरूम में कैमरे लगाए गए और उनके वीडियो बनाए गए हैं। दरअसल ये पूरा मामला तब सामने आया जब ट्रेनिंग कर रहीं अविवाहित महिला रिक्रूट्स की प्रेग्रेंसी टेस्ट का आदेश हुआ।

गोरखपुर के बिछिया स्थित पीएसी कैंप में यूपी पुलिस की ट्रेनी महिला सिपाहियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। यहां बीते 21 जुलाई सभी रिक्रूट्स का हेल्थ चेकअप होना था। इसी बीच ये भी जानकारी सामने आई कि सभी महिला सिपाहियों की प्रेग्नेंसी की भी जांच की जाएगी। बताया जा रहा है कि प्रेग्नेंसी जांच के आदेश आते ही महिला सिपाहियों का गुस्सा और नाराजगी फूटकर सामने आ गई और देखते ही देखते हड़कंप मच गया।

360 की जगह 600 रह रही रिक्रूट्स

महिला सिपाहियों ने ट्रेनिंग सेंटर के बारे में बताया कि सेंटर में मात्र 360 लड़कियों के रहने का इंतजाम है, लेकिन जहां 600 लड़कियां रह रही हैं। रिक्रूट्स के विरोध करने के बाद मौके पर पुलिस ट्रेनिंग स्कूल के ट्रेनर और ADG समेत पुलिस के सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंचे और सबको समझाकर शांत कराया। इस मामले को लेकर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने बताया कि कुछ ट्रेनी सिपाही बिजली और पानी की समस्या को लेकर प्रदर्शन किया था लेकिन अब स्थिति पूरी तरह से शांत है। पीएसी के वरिष्ठ अधिकारियों को मौके का जायजा लेने के लिए गोरखपुर भेजा गया है।

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प्रदर्शन के दौरान महिला सिपाहियों ने ट्रेनिंग सेंटर के अधिकारियों से कहा कि बाथरूम में कैमरे लगे हुए हैं उसे हटाया जाए। ये मामला धीरे-धीरे राजधानी लखनऊ तक पहुंचा, महिला सिपाहियों ने ये भी कहा कि ट्रेनिंग सेंटर के पीटीआई अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। जिसके बाद ट्रेनिंग सेंटर के पीटीआई को सस्पेंड कर दिया गया।