बॉलीवुड के मशहूर लेखक जावेद अख्तर के आरएसएस पर दिए गए बयान पर अब विवाद गहराता जा रहा है। अख्तर की इस टिप्पणी के बाद अब बीजेपी नेता माफी की मांग कर रहे हैं।

जावेद अख्तर ने एक इंटरव्यू के दौरान तालिबान पर बात करते हुए उसकी तुलना आरएसएस की विचारधारा से कर दी थी। जिसके बाद बीजेपी और आरएसएस नेताओं की तरफ से इस पर नाराजगी जताई गई थी। अब महाराष्ट्र से बीजेपी विधायक राम कदम ने इस पर मांफी की मांग की है।

राम कदम ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि जावेद अख्तर को इस बयान के लिए माफी मांगनी पड़ेगी। अगर वो माफी नहीं मांगते हैं तो उनकी फिल्मों का बहिष्कार किया जाएगा।

राम कदम ने कहा- “बयान देने से पहले कम से कम ये तो सोचते, उसी संघ परिवार से जुड़े हुए लोग, आज इस राजनीति को चला रहे हैं, राजधर्म का पालन कर रहे हैं। अगर तालिबानी विचारधारा होती तो क्या वे इस प्रकार की बयानबाजी कर पाते, इसी उत्तर में, उनका बयान कितना खोखला है, ये स्पष्ट हो जाता है। जबतक वो हाथ जोड़कर देश के लिए जीने वाले समर्पित संघ कर्यकर्ताओं से माफी मांगते नहीं हैं, तबतक उनकी कोई भी फिल्म, इस मां भारती की भूमि पर हम चलने नहीं देंगे”।

बता दें कि जावेद अख्तर ने कहा था कि बेशक तालिबन कट्टर है और उसकी निंदा होनी चाहिए, लेकिन इसके साथ ही जो आरएसएस, वीएचपी और बजरंग दल का समर्थन करते हैं, वह भी तो वही काम करते हैं। देश में एक बड़ी आबादी धर्मनिरपेक्ष है, लेकिन देश में आरएसएस, वीएचपी और गोलवलकर जैसे कुछ संगठन व लोग ऐसे हैं, जिनकी विचारधारा 1930 के नाजियों की विचारधारा जैसी ही है। हथियारों के साथ तालिबान अधिक सशक्त लग रहा है, लेकिन दृष्टिकोण और विचारधारा तो एक-दूसरे का प्रतिबिंब ही दर्शाती है।

आगे जावेद अख्तर ने कहा था कि पूरी दुनिया में मौजूद दक्षिणपंथी लोग ऐसा ही चाहते हैं। जैसे तालिबान एक इस्लामिक राज्य चाहता है, यहां कुछ लोग हैं जो हिंदू राष्ट्र चाहते हैं। ये सभी एक ही मानसिकता के हैं।

इस बयान के बाद बीजेपी के कार्यकर्ता जावेद अख्तर के घर के बाहर प्रदर्शन करने पहुंच गए। बीजेपी कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन को देखते हुए मुम्बई पुलिस ने उनके घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है।