भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा है कि “100 जूते भी खाए और 100 प्याज भी।” भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के खिलाफ हाल ही में पंजाब की एक अदालत ने वारंट जारी किया था, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी और हरियाणा पुलिस द्वारा उनको रोके जाने को लेकर विवाद पैदा हो गया था।

इस बीच पंजाब के मोहाली कोर्ट ने एक और वारंट जारी करते हुए कहा था कि तेजिंदर बग्गा को गैर कानूनी तरीके से छोड़ा गया। कोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए उनकी गिरफ्तारी को सही ठहराया था। कोर्ट ने कहा कि पंजाब पुलिस ने बग्गा को हाजिर होने के लिए पांच नोटिस भेजे, लेकिन वो पेश नहीं हुए, ऐसे में पंजाब पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी सही थी।

कोर्ट ने दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस की कार्यवाही को भी गैर-कानूनी करार दिया। मोहाली कोर्ट ने कहा कि तेजिंदर पाल सिंह बग्गा की कस्टडी जबरन पंजाब पुलिस से लेकर हरियाणा पुलिस ने दिल्ली पुलिस को दी थी। मामले की अगली सुनवाई अब 23 मई को होगी।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से विवाद को लेकर तेजिंदर पाल ने कहा है कि उनका इरादा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाने का नहीं है। उन्होंने कहा कि ड्रग कारोबार का भंडाफोड़ करने के बजाय पंजाब पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करने में दिलचस्पी दिखा रही है।

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए बग्गा ने कहा, “उन्हें एक ट्वीट करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। जिसमें कहा गया कि वह केजरीवाल को जीने नहीं देंगे। लेकिन मेरा उन्हें शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचाने का कोई इरादा नहीं है।” बग्गा ने कहा, “मेरे खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसके मुताबिक मैं केजरीवाल को मारना चाहता था।”

भाजपा नेता ने अपने ट्विटर हैंडल पर उन लोगों के लिए आभार जताया जो इस विवाद के दौरान उनके साथ आए। ट्विटर पर उन्होंने लिखा “झूठ के खिलाफ इस जंग में मेरा साथ देने के लिए मैं भाजपा नेतृत्व, भाजपा कार्यकर्ताओं, मेरे अधिवक्ताओं, दिल्ली और हरियाणा पुलिस, मीडिया और अपने सभी दोस्तों का शुक्रगुजार हूं।”

इस बीच तेजिंदर पाल के ट्वीट पर कुछ लोगों ने कमेंट भी किए हैं। लोगों ने पूछा है कि जिस तरह तेजिंदर पाल के मामले में दिल्ली पुलिस ने सक्रियता दिखाई है, उसी तरह बंगाल में भाजपा नेताओं पर हमले के मामले में दिल्ली पुलिस एक्टिव क्यों नहीं हुई।