महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और अन्य राज्यों में उपचुनावों में सफलता के बाद दिल्ली भाजपा का उत्साह चरम पर है। इसी कड़ी में पार्टी ने शनिवार को बड़ा ऐलान करते हुए दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर ‘परिवर्तन यात्रा’ निकालने की घोषणा की। आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए भाजपा इस यात्रा के जरिए अपने अभियान को तेज करने की तैयारी में है।
पार्टी ने 9 सदस्यीय समिति का किया गठन
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि परिवर्तन यात्रा की योजना को अमल में लाने के लिए एक नौ सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। इस समिति की जिम्मेदारी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय को सौंपी गई है। समिति के अन्य सदस्य हैं – राजीव बब्बर, राजेश गोयल, सरदार इकबाल सिंह, जय भगवान यादव, रेखा गुप्ता, सत्येंद्र चौधरी, किशन शर्मा और कौशल मिश्रा। इस यात्रा का नेतृत्व खुद वीरेंद्र सचदेवा करेंगे।
भाजपा की इस घोषणा पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा कांग्रेस की ‘न्याय यात्रा’ से घबरा गई है। उनका कहना है कि कांग्रेस के अभियान को जनता का भरपूर समर्थन मिलने के बाद भाजपा ने ‘परिवर्तन यात्रा’ का ऐलान किया है, जो सिर्फ जनता को भ्रमित करने की कोशिश है।
यादव ने भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि ये दोनों पार्टियां दिल्ली की समस्याओं का समाधान करने में नाकाम रही हैं। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसके नेता चुनावी अभियान शुरू करने को लेकर असमंजस में हैं, क्योंकि उन्हें जनता को जवाब देना मुश्किल हो रहा है। यादव का दावा है कि दिल्ली की जनता अब बदलाव चाहती है और भाजपा-आप दोनों ही शहर की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार हैं।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव करीब आते ही राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। भाजपा अपनी परिवर्तन यात्रा से नई ऊर्जा लाने की कोशिश कर रही है, जबकि कांग्रेस इसे अपनी सफलता का असर मान रही है। चुनावी मौसम में जनता किसे समर्थन देगी, यह देखने वाली बात होगी।