केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह ने बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर चुप्पी साध ली है। इस दौरान वो मीडिया के सवालों से लगातार बचते नजर आए। आरसीपी सिंह इस्तीफा दे रहे हैं या वे मंत्री बने रहेंगे, इस पर भी उन्होंने चुप्पी साध ली है।
दिल्ली में पत्रकारों ने केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह से कई तरह के सवाल पूछे लेकिन उन्होंने किसी भी सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया। हैदराबाद में बीजेपी नेताओं के साथ की तस्वीर सच्चाई क्या है? 7 जुलाई को राज्यसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा, क्या आप मंत्रिमंडल से इस्तीफा देंगे? क्या सच में बीजेपी ज्वाइन करने वाले हैं और जेडीयू छोड़ने वाले हैं? किसी भी सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। बीजेपी ज्वाइन करने वाले सवाल पर भी वो चुप्पी साधे रहे, लेकिन इस दौरान उनके चेहरे पर हल्की मुस्कान जरूर दिखी।
बता दें, हैदराबाद में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक के दौरान बीजेपी नेताओं के साथ आरसीपी सिंह की तस्वीर सामने आई थी। इसके बाद यह चर्चा होने लगी कि केंद्रीय मंत्री बीजेपी की बैठक में शामिल हुए थे, लेकिन बाद में ये साफ हो गया कि आरसीपी सिंह हैदराबाद में संसदीय समिति की बैठक में शामिल होने गए थे।
बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘यह समाचार पूरी तरह से भ्रामक है की RCP सिंह बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल हुए थे, सरकारी कार्यक्रम के सिलसिले में हैदराबाद आए होंगे और एयरपोर्ट पर मौजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्वागत कर दिया।’ बता दें, केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह का कार्यकाल 7 जुलाई को खत्म हो रहा है।
कभी जेडीयू में नंबर दो की हैसियत रखते थे आरसीपी सिंह
कभी नीतीश कुमार के बाद पार्टी में नंबर दो की हैसियत आरसीपी सिंह रखते थे। साल 2020 में नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी का अध्यक्ष भी बनाया था, लेकिन जेडीयू ने केंद्र सरकार से केंद्रीय मंत्रिपरिषद में दो सीटों की मांग कर रखी थी। इस पर आरसीपी सिंह ने एक ही मंत्रिपद पर बात स्वीकार कर ली। इसके बाद से ही नीतीश कुमार के साथ आरसीपी सिंह के दो दशकों पुराने संबंधों में खटास आ गई। इसके बाद लोगों ने इस बात का कयास लगाना शुरू कर दिया था कि इस बार नीतीश उन्हें राज्यसभा नहीं भेजेंगे और आगे आकर वही बात सही साबित हुई।