बिहार की राजनीति में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी एंट्री कर ली है। कुछ दिन पहले ही प्रशांत किशोर दो दिवसीय बिहार दौरे पर थे और उन्होंने घोषणा की कि वह आने वाले समय में 3000 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे और बिहार के करीब 18,000 लोगों से मुलाकात करेंगे। प्रशांत किशोर के राजनीति में आने से बिहार के राजनीतिक दलों में भी हलचल मची हुई है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रशांत किशोर को लेकर बड़ा बयान दिया है।
तेजस्वी यादव मीडिया से बात कर रहे थे। इस दौरान पत्रकारों ने प्रशांत किशोर को लेकर सवाल पूछ लिया। तेजस्वी यादव ने जवाब देते हुए कहा, “प्रशांत किशोर कहां उठते हैं, कहां बैठते हैं, उसके बारे में हमको कोई जानकारी नहीं है। उनका कभी कोई फैक्टर रहा ही नहीं। आप लोग (मीडिया) पता नहीं क्यों उन्हें इतना बड़ा बना देते हैं, कौन है वो? इसलिए उन पर जवाब देने से या बोलने का कोई मतलब ही नहीं बनता, कोई आधार ही नहीं बनता।”
तेजस्वी यादव ने सीएए को लेकर भी नीतीश कुमार पर निशाना साधा और कहा कि सीएए को लेकर हमारा स्टैंड स्पष्ट है। तेजस्वी यादव ने कहा, “सीएए को लेकर हमारा स्टैंड पहले ही स्पष्ट है। हमने संसद में इसका विरोध किया ही था और मुझे नहीं लगता कि अभी कोरोना जैसे हालत में इसकी बात होगी। इसकी चर्चा तो हुई ही थी और इसका लोगों ने खुद सड़कों पर उतर कर विरोध किया था।”
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, “जेडीयू ने संसद में सीएए के पक्ष में वोट दिया था। जब उन्होंने संसद में इसके पक्ष में वोट दे दिया तब फिर अब विरोध का मतलब क्या रह जाता है? हमारी पार्टी ने संसद में इसका विरोध किया था, इसलिए हमारी स्थिति स्पष्ट है। बोलने से कुछ नहीं होता बल्कि करने से होता है। जब उन्होंने वोट ही दे दिया है तो फिर अब बोलने से क्या होगा?”
दरअसल बंगाल दौरे पर गए अमित शाह ने कहा था कि सीएए लागू होगा। इसके बाद नीतीश कुमार से पत्रकारों ने इसके बारे में सवाल पूछा, जिसके जवाब में नीतीश कुमार ने कहा था कि सीएए जब आएगा ,तब देखेंगे। अभी कोरोला चल रहा है। अगर पॉलिसी बनाने की बात होगी तो देखी जाएगी।