बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर हैं और विपक्ष के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। नीतीश कुमार का कहना है कि अगर विपक्ष आने वाले 2024 लोकसभा चुनाव से पहले एकजुट हो गया तो यह देश के लिए अच्छा होगा। बुधवार को नीतीश कुमार ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात की। नीतीश कुमार ने मीडिया से कहा कि हम थर्ड फ्रंट नहीं हैं, बल्कि मेन फ्रंट हैं।

नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि वह मेन फ्रंट हैं और सोनिया गांधी से इस संबंध में बात करेंगे। उन्होंने कहा, “एक बार सोनिया गांधी विदेश से आएंगी तो मैं उनसे मिलूँगा। जरूरत पड़ी तो हम (विपक्षी नेता) फिर मिलेंगे। सबका नजरिया सकारात्मक था। हम मुख्य मोर्चा बनना चाहते हैं, तीसरा मोर्चा नहीं। विपक्ष को एकजुट करने का यह काम जारी रखूंगा।”

नीतीश कुमार ने बुधवार दोपहर शरद पवार से भी मुलाकात की थी। इसके बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा, “बहुत अच्छी बातचीत हुई। ये (भाजपा) लोग कोई काम नहीं कर रहे हैं। एकजुट होना जरूरी है। मैं बस इतना चाहता हूं कि ज्यादातर विपक्ष एकजुट हो जाए। अगर (विपक्ष) एकजुट होता है तो यह देश हित में होगा।”

लालू यादव जेडीयू तोड़ देंगे- सुशील मोदी

वहीं नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने समाचार चैनल न्यूज़ 24 से बात करते हुए कहा, “मुझे नीतीश कुमार पर दया आती है कि कहीं पीएम बनने के चक्कर में मुख्यमंत्री की कुर्सी न चली जाए। लालू यादव के पास अभी 114 विधायकों का समर्थन है। मांझी जी के चार विधायक कभी भी पाला बदल सकते हैं। 3 उपचुनाव हैं और विधानसभा में स्पीकर आरजेडी का है। अगर कुछ विधयाकों को लालू यादव तोड़ देंगे, तो नीतीश कुमार की कुर्सी चली जाएगी।”

सुशील मोदी ने दावा किया, “लालू यादव जेडीयू के आधे विधायकों को आरजेडी में शामिल करवा लेंगे और कुछ विधायक बीजेपी में चले आयेंगे और जेडीयू विलीन हो जाएगी। जेडीयू का कोई उत्तराधिकारी तो है नहीं। 2025 के बाद पार्टी कौन चलाएगा? यही नीतीश कुमार शरद यादव से मिलने गए थे जबकि पहले केवल शरद यादव को निष्काषित ही नहीं किया था बल्कि उनका घर खाली करवा दिया था और मेम्बरशिप खत्म करवा दी।”