बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य में कानून व्यवस्था के दुरुस्त होने का दावा करते हैं। लेकिन नीतीश कुमार के गठबंधन साथी के एक पूर्व एमएलसी के बेटे ने थाने में घुसकर खूब हंगामा मचाया। इसके साथ ही उसने डीएसपी के साथ भी अभद्र व्यवहार किया। इतना सब कुछ होने के बाद भी पुलिस मौन रही और केवल आरोपी को थाने में डिटेन किया।
दरअसल पटना के पीरबहोर इलाके में पुलिसकर्मियों की टीम कुछ अपराधियों को पकड़ने गई थी। लेकिन अपराधियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया और पुलिस कर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इस पूरी घटना में राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व एमएलसी अनवर अहमद और उनके बेटे की दबंगई सामने आई। इस पूरी घटना पर पुलिसकर्मी कुछ भी कहने से बचते हुए नजर आए और मीडिया से बात करते हुए उनकी जुबान लड़खड़ाने लगी।
पीरबहोर थाने के एसएचओ ने समाचार यूट्यूब चैनल बिहार तक से बात करते हुए कहा, “वार्ड पार्षद अफसार साहब को थाने में डिटेन किया हुआ है। एक युवक को जांच करने गई टीम पकड़ कर लाई थी और थाने में उससे पूछताछ कर रही थी। उसके बाद वार्ड पार्षद साहब आ गए और उन्होंने डीएसपी साहब के साथ बदसलूकी की। अनवर अहमद साहब को भी थाने में रखा हुआ है, क्योंकि वह कह रहे थे कि हम भीड़ जुटाएंगे। इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कह सकता।
एसएचओ जब मीडिया से बात कर रहे थे तो पूरी बातचीत के दौरान, उनकी जुबान हकला रही थी। वहीं इस पूरी घटना पर डीएसपी अशोक सिंह ने कहा, “एक आदमी को जांच में पूछताछ के लिए थाने पर लाया गया था। उस आदमी को छुड़वाने के लिए वार्ड संख्या 40 के पार्षद अफसार साहब आए थे। उन्होंने हमसे कहा कि इस आदमी को छोड़ दीजिए। इस पर मैंने कहा कि मैं जांच कर लूंगा अगर निर्दोष होंगे तो छोड़ देंगे, दोषी होंगे तो जेल जाएंगे। इसके बाद उनकी बेटी को लेकर वह थाने चले आए और थाने में जोर-जोर से बात करने लगे।”
अशोक सिंह ने आगे कहा, “थाने में वह पुलिस कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे थे और उन्होंने मेरे साथ भी अभद्र व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि मैं 5000 लोगों की भीड़ तुरंत बुला लूंगा और स्थिति को दूसरा रंग दे दूंगा। हमारे साथ मिसबिहेव नहीं किए हैं लेकिन अभद्र भाषा का प्रयोग जरूर किए हैं।”