दिल्ली के एम्स में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का इलाज चल रहा है। वहीं उनके बेटे तेज प्रताप यादव ने अस्पताल प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि उनके पिता लालू यादव को एम्स में गीता पाठ नहीं करने दिया गया। लालू यादव को सोमवार को क्रिटिकल केयर यूनिट से शिफ्ट कर सामान्य कमरे में भर्ती किया गया था और अब वह रिकवर कर रहे हैं।
तेज प्रताप यादव ने ट्वीट कर गीता पाठ करने के फायदे का एक पेपर भी शेयर किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “पिताजी को अस्पताल में श्रीमद भगवत गीता का पाठ करने एवं सुनने से रोक दिया गया, जबकि पिताजी को गीता पाठ पढ़ना एवं सुनना काफी पसंद है। गीता पाठ से रोकने वाले वाले उस अज्ञानी को ये नहीं पता कि इस महापाप की कीमत उसे इसी जन्म में चुकानी होगी।”
बता दें कि पिछले चार दिनों से लालू यादव की सेहत में सुधार हो रहा है। लालू यादव पटना में राबड़ी देवी के आवास पर सीढ़ियों से गिर गए थे और फिर उसके बाद आनन-फानन में उन्हें पटना के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बेहतर इलाज के लिए उन्हें दिल्ली एम्स लाया गया था और उसके बाद से एम्स में ही उनका इलाज जारी है। लालू यादव को कई अन्य बीमारियां भी हैं।
सोमवार को तेज प्रताप यादव ने ट्वीट कर पार्टी के कुछ लोगों और विरोधियों पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “पापा को परिवार और बिहार की जनता की जरूरत है ना कि चापलूसों की। कुछ बाहरवाले लोग खुद को मुँह मिया मिठ्ठू बता रहे है। भोला-भाला बन पिताजी की सेवा का दिखावा कर रहा। ऐसे कपटी और पाखंडी को जल्द बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।”
तीन दिन पहले बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बताया था, “हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेरे पिता आदरणीय श्री लालू प्रसाद जी की तबीयत लगातार बेहतरी की ओर है। वो सघन चिकित्सीय निगरानी में है और उनकी हालत में उत्तरोत्तर सुधार है। सभी शुभचिंतकों, समर्थकों, कार्यकर्ताओं और देशवासियों से आग्रह है किसी भी भ्रामक खबर से चिंतित ना हो। धन्यवाद।”