देश में बढ़ती मंहगाई को लेकर विपक्ष ने सरकार को निशाने पर ले रखा है। रसोई गैस और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से सरकार पर हमला बोला है। तेजस्वी ने मोदी-नीतीश सरकार पर मंहगाई दूर नहीं करने का आरोप लगाया है।

राजद नेता और लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा कि डबल इंजन की सरकार ने भीष्म प्रतिज्ञा ली है कि खाद्य पदार्थों, तेल और गैस की कीमतें बढ़ाकर महंगाई से आम लोगों को भूखा मार देंगे।

तेजस्वी ने कहा- “महंगाई को डायन बताने वाले आज महबूबा समझकर इससे चिपके बैठे हैं। सरकार में बैठे लोग महंगाई रूपी प्रियतमा को दूर कर ही नहीं पा रहे हैं”।

तेजस्वी यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि केंद्र और बिहार की डबल इंजन सरकार ने जनविरोधी नीतियों से निम्न व मध्यम वर्ग की कमर तोड़ दी है। तेल के दाम तो आसमान छू ही रहे थे, खाना खरीदने के साथ-साथ खाना पकाना भी महंगा हो गया है। पिछले 8 महीनों में रसोई गैस के दाम ₹190 रुपये तक बढ़ गए हैं। पिछले 2 हफ्तों में 2 बार रसोई गैस के कीमत बढ़ाई गई है। ऐसा प्रतीत होता है कि मोदी सरकार और उसके विभाग कमर कस कर बैठ चुके हैं कि गरीबों का जीना मुहाल कर के दम लेंगे।

बढ़ती मंहगाई को लेकर तेजस्वी ने सरकार के खिलाफ संघर्ष करने की बात भी कही। उन्होंने कहा- “महंगाई, बेरोजगारी और भुखमरी को लेकर सड़क से लेकर सदन तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। हम आम आदमी की लड़ाई लड़ते रहेंगे”।

तेजस्वी के ट्वीट के बाद उधर भाजपा सांसद और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी विकास के दावे करते हुए कई सिलसिलेवार तरीके से ट्वीट किया। सुशील मोदी ने कहा कि देश में पेट्रोल और बिजली की खपत कोरोना-पूर्व के स्तर को पार कर गया है। जिससे साफ है कि मैन्युफैक्चरिंग सहित हर क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ रहे हैं।

सुशील मोदी ने कहा- “एनडीए सरकार ने तेज टीकाकरण से करोड़ों लोगों का जीवन बचाया और अर्थव्यवस्था को उबारने वाले पैकेज देकर उनकी जीविका के साधन भी बढ़ाये। वित्त मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट ने कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद अर्थव्यवस्था के तेजी से पटरी पर लौटने के ठोस संकेत दिये हैं। इस साल पहली तिमाही का जीएसटी संग्रह पिछले वर्ष की तुलना में 30 फीसद वृद्धि के साथ 1.12 लाख करोड़ रुपये रहा। जीडीपी की विकास दर भी बढ कर 20.1 फीसद हो गई। वाहनों की बिक्री के साथ पेट्रोल, डीजल और बिजली की मांग बढी”।

बता दें कि बिहार की राजनीति में सुशील मोदी और तेजस्वी यादव एक दूसरे पर वार-पलटवार करते रहते हैं। कुछ दिनों पहले तेजस्वी ने अफसरशाही को लेकर सरकार पर निशाना साधा था, जिसके बाद सुशील मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि लालू यादव अफसरों से खैनी बनवाते थे।