बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का एक मछली खाते हुए वीडियो वायरल हुआ। ये वीडियो खुद तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर डाला था। इस वीडियो के वायरल होने बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज होने लगी। बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तेजस्वी का वीडियो वायरल होने उन्हें ‘चुनावी सनातनी’ तक करार दे दिया। वहीं अब तेजस्वी यादव ने पलटवार किया है।
वायरल वीडियो में तेजस्वी यादव हेलिकॉप्टर में यात्रा कर रहे हैं और उनके साथ विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी भी मौजूद हैं। इस दौरान तेजस्वी थाली दिखा रहे हैं और उसमे रोटी, मछली, प्याज और मिर्च हैं। इसके बाद मुकेश सहनी भी आते हैं और कहते हैं कि मिर्च को देखकर कई लोगों को मिर्ची लगेगी।
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया और बीजेपी बीजेपी नेताओं द्वारा उन पर निशाना साधे जाने को लेकर एक और पोस्ट किया। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “भाजपाइयों और गोदी मीडिया के भक्तों के IQ का टेस्ट लेने के लिए ही हमने यह video डाला था और हम अपनी सोच में सही भी साबित हुए। ट्वीट में “दिनांक” यानि डेट लिखा हुआ है, लेकिन बेचारे अंधभक्तों को क्या मालूम? आख़िर में सहनी जी द्वारा मिर्ची लगने का भी जिक्र किया गया है।”
तेजस्वी के वीडियो पर गिरिराज सिंह ने कहा था, “तेजस्वी यादव ‘मौसमी सनातनी’ हैं, जब उनके पिता (लालू यादव) सत्ता में थे तो कई लोग चाहे वे रोहिंग्या हों या बांग्लादेशी घुसपैठिए, यहां आए थे। वे सनातन का मुखौटा पहनकर तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं। लालू यादव की पार्टी एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। यह उनकी कंपनी है और जिसे वे शेयर देना चाहते हैं वह शेयरधारक बन जाता है। बिहार में चाहे घुसपैठिए हों या रोहिंग्या, बड़ी संख्या में उनके नाम मतदाता सूची में हैं। मैं एक तंत्र की मांग करता हूं जो उन्हें मतदान के अधिकार से वंचित करता है।”
इससे पहले लालू यादव ने सावन महीने में राहुल गांधी को मटन भोज पर आमंत्रित किया था। इसको लेकर भी खूब बवाल हुआ था। लालू यादव ने राहुल गांधी को मटन की रेसिपी भी बताई थी।