बिहार के बीजेपी विधायक ने मुसलमानों को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसको लेकर तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार और बीजेपी पर निशाना साधा। बिहार के बिस्फी से बीजेपी विधायक हरिभूषण सिंह बचौल ने कहा था कि मुसलमानों से वोटिंग का अधिकार छीन लेना चाहिए। इसको लेकर तेजस्वी यादव ने विधानसभा में कहा कि देश को आजादी बीजेपी ने नहीं बल्कि हिंदू, मुस्लिम, सिख और इसाईयों ने मिलकर दिलवाई है।
किसी के माई के लाल में दम नहीं जो वोटिंग का अधिकार छीन ले: तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा में कहा कि, “कोई बीजेपी के विधायक है जिन्होंने कहा कि मुसलमानों से वोटिंग का अधिकार छीन लो, हद है। इस देश को आजादी हिंदू, मुस्लिम ,सिख, इसाईयों ने कुर्बानी देकर दिलाई है। सबने मिलकर आजादी दिलवाई है लेकिन आरएसएस के लोगों ने कुर्बानी नहीं दी है। ये लोग तिरंगा की बात करते हैं लेकिन इन्होंने 2001 के बाद आरएसएस के नागपुर हेडक्वार्टर में पहली बार तिरंगा फहराया। किसी के माई के लाल में दम नहीं कि मुसलमानों से वोटिंग का अधिकार छीन ले।”
शाहनवाज जी आपका वोटिंग का अधिकार छीन लिया जाएगा: तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि, “ताज्जुब होता है जो सेकुलरिज्म का चोला पहने हुए है, धर्मनिरपेक्षता की बात करते हैं, मुख्यमंत्री जी चुपचाप बैठे हुए हैं। मुख्यमंत्री जी आप तो हमसे कहे थे ना कि आरएसएस वाले खतरनाक हैं। आज यह लोग आपके रहते हुए यह सब कर रहे हैं। शाहनवाज भाई आप भी वोट नहीं दे पाओगे ,आप से वोटिंग का अधिकार छीन लिया जाएगा। बिहार का मुख्य सचिव कौन है? बिहार के मुख्य सचिव से वोटिंग का अधिकार छीन लिया जाएगा।”
क्या कहा था बीजेपी विधायक ने?: बीजेपी विधायक हरिभूषण बचौल ने कहा था कि, “1947 में धर्म के आधार पर उन्हें (मुस्लिम) दूसरा देश मिल गया था, वो दूसरे देश में चले जाए। अगर यहां रह रहे हैं तो मैं सरकार से मांग करता हूं कि उनके वोटिंग के अधिकार को समाप्त कर दिया जाए। अगर वह यहां रहते हैं तो दोयम दर्जे का नागरिक बन कर रहें। उनके रहने के पीछे एक एजेंडा है जो आईएसआई और इस्लामिक स्टेट बनाने का एजेंडा है।”
बीजेपी विधायक ने आगे कहा था कि, “यह लोग मानवता के दुश्मन है। चाहे अफगानिस्तान को देख लीजिए या पाकिस्तान को देख लीजिए। वो अल्पसंख्यक नहीं हैं और अल्पसंख्यक शब्द भारत के संविधान की प्रस्तावना से ही मजाक है, क्योंकि उसमें लिखा है हम भारत के लोग फिर अल्पसंख्यक कौन?”