बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की करारी हार हुई है, तो वहीं एनडीए को प्रचंड जीत मिली है। विधानसभा चुनाव में महागठबंधन महज 34 सीटों पर सिमट गया। जब टिकट बांटा गया तब महागठबंधन के कई प्रत्याशियों के खिलाफ विरोध हुआ था। उसी में एक सीट थी परिहार विधानसभा सीट, जहां से आरजेडी की बागी रितु जायसवाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ा। रितु जायसवाल ही आरजेडी की हार का हार का कारण भी बनी।

रितु जायसवाल ने पप्पू यादव को कहा धन्यवाद

अब रितु जायसवाल ने निर्दलीय सांसद पप्पू यादव से मुलाकात की है। रितु जायसवाल ने पप्पू यादव का धन्यवाद भी जताया है। पप्पू यादव से मुलाकात की फोटो पोस्ट करते हुए रितु जायसवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा, “विधानसभा चुनाव में मुझे समर्थन देने के लिए पूर्णिया के माननीय सांसद श्री राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव जी से आज पटना में मुलाकात कर उनका आभार व्यक्त किया।”

रितु जायसवाल परिहार विधानसभा सीट से टिकट मांग रही थी और वह प्रबल दावेदार भी थीं। हालांकि पार्टी ने उनका टिकट काटकर स्मिता गुप्ता को टिकट दे दिया था। वहीं भाजपा ने वर्तमान विधायक गायत्री देवी को उम्मीदवार बनाया था। 2025 के विधानसभा चुनाव में गायत्री देवी को 82,644 वोट मिले जबकि रितु जायसवाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और उन्हें 65,455 वोट मिले। वहीं राजद की उम्मीदवार स्मिता गुप्ता तीसरे नंबर पर रही, जिन्हें 48,534 वोट मिले। इस प्रकार से बीजेपी उम्मीदवार की 17,189 वोटों से जीत हुई जबकि रितु जायसवाल निर्दलीय चुनाव लड़ने के बावजूद नंबर दो पर रहीं।

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कौन हैं रितु जायसवाल?

रितु जायसवाल का जन्म हाजीपुर में हुआ था और वह एक चर्चित महिला नेता हैं। उन्होंने अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत मुखिया के रूप में की थी। उनके पति पूर्व IAS अधिकारी हैं और उनका नाम अरुण कुमार है। वह भी आज ग्रामीण विकास और शिक्षा के क्षेत्र में काम करते हैं और उन्होंने अपनी नौकरी से VRS ले लिया है। वह बिहार में छात्रों को मुफ्त कोचिंग की सुविधा दिलवाते हैं और परीक्षाओं की तैयारी में मदद करते हैं।

‘मुखिया दीदी’ के नाम से बुलाते लोग

रितु जायसवाल सिंहवाहिनी पंचायत की मुखिया रह चुकी हैं और उनका काम देशभर में चर्चा का विषय रह चुका है। उन्होंने शिक्षा, सड़क, सीवर, स्वच्छता और महिला सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर कई सफल योजनाएं चलाई और उनका पंचायत एक मॉडल के रूप में विकसित हो गया। क्षेत्र में लोग उन्हें ‘मुखिया दीदी’ के नाम से बुलाते हैं। रितु जयसवाल राजद की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुकी हैं और पार्टी की सक्रिय महिला कार्यकर्ता भी थीं।

रितु जायसवाल ने 2024 का लोकसभा चुनाव भी राजद के टिकट पर शिवहर लोकसभा सीट से लड़ा था। हालांकि वह चुनाव हार गई थीं। बता दें कि इस चुनाव में भी रितु जायसवाल को दूसरी सीट से टिकट ऑफर किया गया था लेकिन वह परिहार छोड़ने को तैयार नहीं थीं। उन्होंने यह भी लिखा था कि परिहार छोड़कर किसी अन्य क्षेत्र से चुनाव लड़ना मेरी आत्मा को स्वीकार नहीं होगा।