Bihar Polls: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में तीखी बयानबाजी शुरू हो गई है। इसी बीच जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने रविवार को मतदाताओं से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आगे बढ़ने की अपील की। यह दावा करते हुए कि कुमार का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अब उन्हें राज्य का प्रभावी ढंग से नेतृत्व करने की अनुमति नहीं देता है।
बिहार के नालंदा में एक रोड शो के दौरान मीडियाकर्मियों से बात करते हुए जन सुराज के संस्थापक ने कहा कि नीतीश कुमार के अच्छे कामों की वजह से लोगों ने, खासकर नालंदा-हरनौत के लोगों ने उन्हें 20 साल तक मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन आज नीतीश कुमार की शारीरिक और मानसिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वे मुख्यमंत्री बने रह सकें। उनकी उम्र हो गई है, इसलिए लोगों को अब नीतीश से आगे देखना होगा।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान सड़कों में सुधार हुआ और बिजली उपलब्ध कराई गई, लेकिन वे शिक्षा और रोजगार उपलब्ध कराने में विफल रहे।
किशोर ने कहा कि नीतीश के शासनकाल में सड़कें तो बेहतर हुईं, बिजली भी पहुंची, लेकिन लोगों को रोजगार नहीं मिला और पलायन भी नहीं रुका। उन्होंने कहा कि नालंदा का विकास अन्य जिलों से ज्यादा जरूर हुआ है, लेकिन यहां के लोगों की गरीबी कभी दूर नहीं हुई। प्रशांत किशोर ने कहा कि यहां के लोगों के बच्चों के लिए शिक्षा और रोजगार की अब तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
इससे पहले 3 अगस्त को प्रशांत किशोर ने मतदाता सूची से नाम कथित तौर पर हटाए जाने को लेकर चुनाव आयोग की आलोचना की थी, लेकिन जोर देकर कहा था कि जिन लोगों के नाम मतदाता सूची में बने रहेंगे, वे आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हटाने के लिए पर्याप्त हैं।
जन सुराज के संस्थापक ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर भी तीखा हमला करते हुए कहा कि उनके पास बात करने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। यादव ने दावा किया है कि बिहार की मतदाता सूची के मसौदे में उनका नाम गायब है।
ANI से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी यादव के पास बात करने के लिए कोई मुद्दा नहीं है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि चुनाव आयोग लोगों के नाम हटा रहा है… लेकिन जिनके नाम मतदाता सूची में बचे हैं, वे भाजपा और नीतीश कुमार को हटाने के लिए पर्याप्त हैं , वे कितने नाम काटेंगे? बिहार के लोगों ने फैसला किया है कि उन्हें रोजगार चाहिए, खाली भाषण नहीं, कोई भी झूठे वादों में नहीं फंसने वाला है। जिनके नाम सूची में नहीं हैं वे चुनाव आयोग से लड़ेंगे, चुनाव आयोग मालिक नहीं है; जनता मालिक है। जिसे भी जनता वोट देगी वह जीतेगा।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए प्रशांत किशोर ने उन पर दिल्ली में बिहार के लोगों का मज़ाक उड़ाने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब विभिन्न राज्यों में बिहारियों पर हमले होते हैं, तो राहुल गांधी चुप्पी साध लेते हैं। बता दें,बिहार विधानसभा का चुनाव इस साल के अंत में होने है। बिहार के 65 लाख वोटर्स के बारे में चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में क्या जवाब दिया? पढ़ें…पूरी खबर।