Bihar Politics: चुनाव राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने जन सुराज अभियान के तहत रविवार को पश्चिम चंपारण जिले से 3500 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू की। किशोर ने अपनी यात्रा पश्चिम चंपारण के भितिहारवा स्थित गांधी आश्रम से महात्मा गांधी की 153वीं जयंती के अवसर पर शुरू की। इस दौरान उन्होंने नीतीश सरकार पर भोजपुरी में जमकर भड़ास निकाली

बता दें, प्रशांत किशोर इस वक्त नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साध रहे हैं। वहीं प्रशांत किशोर ने एक बार फिर से नीतीश सरकार पर जमकर भड़ास निकाली है। इस दौरान उन्होंने भोजपुरी भाषा में नीतीश सरकार पर जमकर जुबानी वार किया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार में कोई ताकत नहीं है। इस दौरान उन्होंने सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए।

’35 सौ किलोमीटर की यात्रा में लोगों की समस्याओं को समझने की कोशिश करूंगा’

प्रशांत किशोर ने कहा कि गांधी के सत्याग्रह की धरती से 35 सौ किलोमीटर पदयात्रा कर लोगों से उनकी समस्या के साथ उनके बीच के ऐसे लोगों के बारे में जानने का कोशिश करूंगा जो समाज को बदल सकते हैं। ऐसे लोगों को चुनकर मजबूती से लड़ाऊंगा। उन्हें संसाधन उपलब्ध कराकर मुखिया, सरपंच, जिला परिषद सदस्य, विधायक बनाऊंगा।

किशोर ने कहा यह लोग आपको बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य व रोजगार उपलब्ध कराएंगे। आज राज्य का कोई ऐसा घर नहीं है, जिसके जवान बेटे रोजगार की तलाश में बिहार से बाहर नहीं रहते हों। इस सबके लिए जरूरत पड़ी तो आपके चुने हुए लोगों से राजनीतिक दल बनाऊंगा। अभी हाल ही में प्रशांत किशोर ने कहा था कि नीतीश कुमार बगैर सरकारी सुरक्षा के निकल जाएं फिर उन्हें विकास समझ में आ जाएगा। नीतीश कुमार 10 साल से राजनीतिक बाजीगरी दिखा रहे हैं और कुर्सी से चिपके हुए हैं। कुर्सी से चिपकने से कुछ नहीं होने वाला है। धरातल पर काम करना होगा।

गांधी जयंती पर प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर लिखा था कि देश के सबसे गरीब और पिछड़े राज्य बिहार में व्यवस्था परिवर्तन का दृढ़ संकल्प, पहला महत्वपूर्ण कदम – समाज की मदद से एक नई और बेहतर राजनीतिक व्यवस्था बनाने के लिए अगले 12-15 महीनों में बिहार के शहरों, गांवों और क़स्बों में 3500KM की पदयात्रा होगी, बेहतर और विकसित बिहार के लिए जनसुराज!

पीएम मोदी के चुनाव कैंपेन के लिए काम कर चुके हैं प्रशांत किशोर

बता दें कि प्रशांत किशोर एक राजनीतिक रणनीतिकार हैं। पीएम मोदी के चुनावी कैंपेन के लिए काम कर चुके प्रशांत किशोर नीतीश कुमार के करीबी रह चुके हैं। इसके बाद दोनों के बीच मनमुटाव हुआ और दोनों अलग हो गए। भाजपा से अलग होने के बाद नीतीश कुमार पर प्रशांत किशोर ने तीखा हमला बोला था।