कोरोना संकट काल के बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सीमा सड़क संगठन :बीआरओः के लिए सीमा पर सड़क निर्माण के लिए लद्दाख जानेवाले 1,600 मजदूरों की विशेष ट्रेन को शनिवार को हरी झंडी दिखाकर दुमका रेलवे स्टेशन से रवाना किया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि राज्य से बड़े पैमाने पर देश के सबसे कठिन और दुर्गम स्थान पर मजदूर अपना बहुमूल्य योगदान देने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने श्रमिकों की ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद कहा, ‘‘यूँ तो लद्दाख पहले से ही मजदूर जाते रहे हैं, परन्तु आज तक कितने मजदूर वहां गए, योगदान के बदले मजदूरों को क्या प्राप्त हुआ, इसका कोई आँकड़ा नहीं था।’’ उन्होंने कहा कि लद्दाख ऐसी जगह है जहाँ साधारण व्यक्ति जाकर जीवन-यापन नहीं कर सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड, बंगाल, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ को यह पता नहीं था कि किस पैमाने पर मजदूर पलायन करते हैं जो देश के विकास को गति देते रहे हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान विभिन्न राज्यों से मजदूरों का जो पलायन शुरू हुआ, आजाद भारत में ऐसा कभी नहीं हुआ था। ट्रेन की पटरियों पर, पैदल चलते-चलते मजदूर मरे। पैदल चलती महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया। ऐसा लगा कि आज भी मजदूरों के प्रति संवेदनाएँ नहीं हैं।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड देश का पहला ऐसा राज्य है जहाँ प्रवासी मजदूरों को वापस बुलाया गया। सोरेन ने कहा कि उन्होंने कल्पना नहीं की थी कि मजदूर ऐसी जगह पर रहते हैं जहाँ हवा, पानी, खाने-पीने, नेटवर्क तक की असुविधा है। ऐसी स्थिति में बड़ी मुश्किल से सम्पर्क होने पर मजदूरों को हवाई जहाज से वापस बुलाया गया। आज खबर आई है कि 82 और मजदूर लद्दाख में हैं जो वापस आना चाहते हैं।
बता दें कि बिहार में शुक्रवार को कोविड-19 के 148 नए मामले सामने आए जिसके साथ यहां संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 6,096 हो गई। इसी बीच, बिहार में कोरोना संक्रमण के चलते अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को जहानाबाद के मोदनगंज प्रखंड निवासी 27 वर्षीय युवक की मौत हो गई थी, जिसके बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 37 पहुंच गया। बिहार में कोरोना मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 6183 हो गई है। आज 900 सैंपल की जांच की गई है। जिनमें 87 सैंपल पॉजिटिव मिले हैं।
बिहार में कोरोना के गंभीर मरीज ऑक्सीजन के सहारे ही ठीक होने का मामला सामने आया है। खासकर ऐसे मरीज जो सांस की बीमारी से जूझ रहे हैं। ऐसे मरीजों को दी जा रही ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाकर ठीक किया जा रहा है। खास बात ये है कि मरीजों का शरीर भी कोरोना के खिलाफ बेहतर रेस्पॉन्ड कर रहा है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को कहा कि कोविड-19 संकट के समय में उनकी सरकार राज्य में लौट कर आये प्रवासी श्रमिकों सहित सभी लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री ने लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य के लिए यहां से 1,600 मजदूरों को विशेष ट्रेन से रवाना करते हुए कहा कि संकट के इस दौर में सभी वर्ग के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की मुहिम में सरकार जुट गई है। उन्होंने कहा, ‘‘चाहे यहां लौट कर आए प्रवासी मजदूर हों, या फिर यहां काम कर रहे दूसरे राज्यों के मजदूर...उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।’’
उत्तर प्रदेश में अन्य राज्यों से आकर ईंट भट्ठों पर कार्य कर रहे श्रमिकों के वापस उनके गृह प्रदेशों में जाने का सिलसिला शुरू हो चुका है और ईंट भट्ठा श्रमिकों को लेकर तीन ट्रेनें रवाना हो चुकी हैं। अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने शनिवार यह जानकारी देते हुए बताया, ‘‘दूसरे राज्यों ओडिशा, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, बिहार आदि ईंट भट्ठा श्रमिकों को उनके राज्य में भेजे जाने की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही है।’’ उन्होंने कहा, ''अब तक तीन ट्रेन भट्ठा श्रमिकों को लेकर जा चुकी हैं। आवश्यकतानुसार और ट्रेनें बढ़ाई जायेगी।’’ अवस्थी ने बताया कि 15 और ट्रेनें जल्द रवाना की जाएंगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अन्य राज्यों के श्रमिकों को भेजने के लिए 200 ट्रेनों का प्रबंध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने संबंधित जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे इस बात को सुनिश्चित करें कि भट्ठा मालिक श्रमिकों के वापस जाने से पहले उनकी बकाया राशि का भुगतान कर रहे हैं।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शनिवार को ट्वीट किया- जीवंत पर्यन्त दूसरों की राजनीतिक बैसाखियों के सहारे टिके और इस गंभीर संकट काल में भी 89 दिन से आलीशान बंगले के बाहर कदम नहीं रखने वाले देश के एकमात्र मुख्यमंत्री को क्या अब बाहर निकल गरीब जनता को नहीं संभालना चाहिए? क्या एक मुख्यमंत्री को विपदा में डर के मारे ऐसे छुपना चाहिए?
इसी बीच, सूबे लौट रहे प्रवासी कामगारों को मनरेगा के तहत काम मिल रहा है। वहीं, लॉकडाउन को सूबे के कई शिक्षाविदों और वकीलों ने वातावरण के लिए अच्छा बताते हुए वरदान करार दिया है। इससे पहले, शुक्रवार को बिहार में कोविड-19 के 148 नए मामले सामने आए थे। शुक्रवार को रोहतास में 13, भागलपुर में 13, मुजफ्फरपुर में 13, कटिहार में 11, मधुबनी में 10, सहरसा में 8, समस्तीपुर में 8, सारण में 7, बक्सर में 6, जहानाबाद में 5, बेगूसराय में 4, अरवल में 3 लखीसराय में 2, भोजपुर में 2, बांका में 2, दरभंगा में 1 अररिया में 1, किशनगंज में 1,जमुई में 1, गया में भी 1 संक्रमित मिले हैं।
झारखंड में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 57 नये मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 1656 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग की शुक्रवार की रात जारी रिपोर्ट के अनुसार झारखंड में पिछले 24 घंटों में 57 नये मामले दर्ज किये गये, जिन्हें मिलाकर राज्य में अब तक कुल 1656 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। राज्य में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या आठ हो चुकी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि आज रांची में तीन लोगों में संक्रमण पाया गया और ये सभी राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान के ट्रामा सेंटर के कर्मी हैं। अब तक राज्य में 1656 संक्रमितों में से 1354 सिर्फ प्रवासी मजदूर हैं जो देश के विभिन्न भागों से राज्य में वापस अपने घरों को लौटे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 के इलाज के लिए आपातकाल में वायरसरोधी दवा रेमडेसिविर, प्रतिरोधक क्षमता के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा टोसीलीजुमैब और प्लाज्मा उपचार की अनुशंसा की है। अपने कदम पीछे खींचते हुए मंत्रालय ने शनिवार को ‘कोविड-19 के लिए क्लीनिकल मैनेजमेंट प्रोटोकॉल’ की समीक्षा की है। इसने कहा कि बीमारी की शुरुआत में सार्थक प्रभाव के लिए मलेरिया रोधक दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू) का इस्तेमाल किया जाना चाहिए और गंभीर मामलों में इससे बचना चाहिए।
बिहार में शिक्षाविद् आचार्य सुदर्शन महाराज ने अनलॉक-1 का स्वागत किया है। उन्होंने सुरक्षित रहते हुए बाहर निकलने की अपील की है। साथ ही कहा है- वातावरण शुद्ध हो गया है। अगर ये साफ हो गया, तो लॉकडाउन हम लोगों के लिए वरदान जैसा है।
इस बीच नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने शनिवार को एक डेटा शेयर किया। इसमें कहा गया है कि भारत के 15 शहरों में ही कोरोना के 63 फीसदी केस हैं। इनमें जो टॉप-5 शहर हैं, उनमें भारत के 50 फीसदी मामले हैं। हालांकि, इस बीच भोपाल संक्रमण के मामलों में टॉप-15 शहरों से बाहर आ गया है, जबकि गुरुग्राम की नई एंट्री हुई है। कांत ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि नए इलाकों में कोरोना का प्रभाव न पड़े।
बिहार के सीतामढ़ में 1950 से चल रही जिले की इकलौती उद्योग रीगा चीनी मिल आर्थिक विसंगतियों के कारण बंद होने के कगार पर है, जिससे तीन जिलों के करीब 35,000 गन्ना किसान और 600 कर्मियों के जीवन पर सीधा असर पड़ेगा। मिल के बंद हो जाने पर किसान और कर्मी दोनों भुखमरी के शिकार हो जाएंगे। मिल के संचालक ओमप्रकाश धानुका ने निराशा जाहिर करते हुए बताया कि चीनी मिल को चला पाना अब मेरे बस की बात नहीं है।
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य आशिमा गोयल ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था के लिए सरकार की ओर से जारी 20.97 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज में और सुधार की गुंजाइश है। उन्होंने यह भी कहा कि अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार को मांग को बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की एक आभासी संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आर्थिक पैकेज अपने आप में हर तरह से पूर्ण नहीं है... पैकेज में खामियां दूर कर इसे बेहतर बनाने की गुंजाइश है।’’
कोरोना संकट के बीच शनिवार को झारखंड CM हेमंत सोरेन ने दुमका से 1500 मजदूरों से भरी पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाई, जो लेह, लद्दाख के साथ भारत-चीन बॉर्डर के पास Border Roads Organisation प्रोजेक्ट्स पर काम करेंगे।
बिहार के पटना में कोरोना मरीजों की संख्या 320 हो गई है। वहीं भागलपुर में यह आंकड़ा 323 हो गया है। बेगूसराय में 294, खगड़िया में 288, रोहतास में 281 मरीज हैं।
झारखंड में 1656 संक्रमितों में से 1354 सिर्फ प्रवासी मजदूर हैं जो देश के विभिन्न भागों से राज्य में वापस अपने घरों को लौटे हैं। राज्य के 1656 संक्रमितों में से 685 अब तक ठीक होकर अपने घरों को लौट चुके हैं। इसके अलावा 963 अन्य संक्रमितों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है, जबकि आठ अन्य की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में प्रयोगशालाओं में 1922 नमूनों की जांच हुई जिनमें 57 संक्रमित पाये गये।
बिहार में आद कोरोना के 87 नए मरीजों की पहचान हुई है। इसके साथ ही बिहार में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 6183 हो गई है। इससेपहले शुक्रवार को 146 नए मरीज मिले थे।
देश में पहली बार 24 घंटों में कोरोना के 11 हजार से नए मामले सामने आए हैं। पिछले 24 घंटे में 11,468 नए मरीज मिले हैं। इसके साथ ही इस दौरान 386 मरीजों की मौत भी हुई है। इसी के साथ भारत में अब कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़कर 3 लाख 8 हजार 993 पर पहुंच गई है। देश में अब तक 8884 लोगों की मौत कोरोना महामारी की वजह से हो चुकी है। यहां पढ़ें पूरी खबर