बिहार के पू्र्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सूबे में कोरोना से पनपे मौजूदा हालात को लेकर सीएम नीतीश कुमार कर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने रविवार को कहा है- मैं नहीं चाहता कि लोग बूथ से सीधे श्मशान जाएं। लाशों के ढेर पर हम चुनाव नहीं चाहते। अभी भी सीएम के पास सुविधाएं हैं। वे जा सकते हैं। एरियल सर्वे ही तो करना है। आपको डर लग रहा है, तो हेलीकॉप्टर से जाइए। फिर भी वह बाहर नहीं निकल रहे हैं।
इससे पहले, झारखंड उच्च न्यायालय छह अगस्त तक बंद रहेगा। रविवार को जारी एक नोटिस में यह जानकारी दी गई है। उच्च न्यायालय अधिवक्ता संघ के कोषाध्यक्ष धीरज कुमार ने बताया कि रजिस्ट्रार जनरल की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि 18 मई से छह जून के बीच स्थगित की गईं छुट्टियों के बदले 27 जुलाई से छह अगस्त के बीच छुट्टियां दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच इस अवकाश की घोषणा की गई है।
इसी बीच, बिहार में 25 जुलाई (शनिवार को) कोरोना के कुल 1294 ताजा मामले सामने आए, जबकि 1311 केस 24 जुलाई और उससे पहले के सिस्टम (बिहार हेल्थ डिपार्टमेंट के रिकॉर्ड में) में अपडेट किए गए। अब सूबे में कुल कोरोना के केस बढ़कर 38919 हो गए हैं। बता दें कि सूबे में 28 जून तक कोरोना संक्रमितों के ठीक होने की दर राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक थी। यह 78.5 फीसदी तक पहुंच गया था। लेकिन, उसके बाद कोरोना विस्फोट के बाद इस रेट में गिरावट आई है। हालांकि अभी बिहार का रिकवरी दर राष्ट्रीय औसत 63.45% से 4 फीसदी अधिक है। पिछले तीन दिनों में ये बढ़ोत्तरी आई है। इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने कोरोना टेस्टिंग ऑन डिमांड बढ़ाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
Coronavirus in India Live Updates:
बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण से 13 लोगों की मौत हो गई। राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 232 हो गई है। वहीं 2,803 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 36,314 हो गई है। यह अबतक का रिकॉर्ड है। पटना में लगातार दूसरे दिन 500 से ऊपर यानी 536 मरीज मिले। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 24 जुलाई को 1021 और 23 जुलाई को 1782 नए संक्रमितों की पहचान की गई। हालांकि, इतनी बड़ी संख्या में नए संक्रमितों के मिलने के बारे में स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि सैंपल टेस्ट का बैकलॉग खत्म करने की वजह शनिवार को संक्रमितों की संख्या इतनी बढ़ी है।
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले 24 घंटे में 17 और व्यक्ति लोगों की मौत हो गई जिन्हें मिलाकर राज्य में अबतक इस महामारी में जान गंवाने वालों की संख्या 249 हो गयी है। वहीं राज्य में 2,605 और लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि होने के साथ रविवार को कुल कोविड-19 मरीजों की संख्या बढ़कर 38,919 हो गयी है।
बिहार के 11 जिलों की 1495132 आबादी बाढ़ से प्रभावित है और 136464 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है। अफसरों ने बीमारी फैलने की आशंका जताई है। आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश के 11 जिलों सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण, खगड़िया एवं सारण जिले के 86 प्रखंडों के 625 पंचायतों की 1495132 आबादी बाढ़ से प्रभावित है। वहां निकाले गए 136464 लोग 14011 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।
कोविड अस्पताल डीआरडीओ की टीम ने अस्थाई कोविड अस्पताल के निर्माण के लिए पटना, मुज़फ्फरपुर का दौरा किया पटना/मुजफ्फरपुर 26 जुलाई (भाषा) केंद्रीय सरकार की पहल पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की टीम ने 500 बिस्तरों वाले अस्थाई कोविड अस्पताल के निर्माण के लिए बिहार की राजधानी पटना और मुज़फ्फरपुर का दौरा कर विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। डीआरडीओ के अधिकारियों की एक टीम ने रविवार को पटना में 500 बिस्तरों का अस्पताल खोलने के लिए जिलाधिकारी कुमार रवि से संपर्क किया।
झारखंड में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से रांची और जमशेदपुर में दो -दो और व्यक्तियों समेत सात की मौत हो गयी जिसे मिलाकर राज्य में इस संक्रमण से मृतकों की कुल संख्या 83 हो गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 277 नये मामले सामने आये हैं जिन्हें मिलाकर राज्य में कोविड-19 संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 7866 हो गयी है।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में रांची और जमदेशपुर में दो-दो, सरायकेला, रामगढ़ एवं धनबाद में एक-एक और कोरोना संक्रमितों की मौत हो गयी। इससे राज्य में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 83 तक पहुंच गयी है। राज्य के 7866 संक्रमितों में से 3521 अब तक ठीक होकर अपने घरों को लौट चुके हैं। 4237 अन्य संक्रमितों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है, जबकि 83 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है।
झारखंड उच्च न्यायालय छह अगस्त तक बंद रहेगा। रविवार को जारी एक नोटिस में यह जानकारी दी गई है। उच्च न्यायालय अधिवक्ता संघ के कोषाध्यक्ष धीरज कुमार ने बताया कि रजिस्ट्रार जनरल की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि 18 मई से छह जून के बीच स्थगित की गईं छुट्टियों के बदले 27 जुलाई से छह अगस्त के बीच छुट्टियां दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच इस अवकाश की घोषणा की गई है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के खेलगांव स्थित बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम परिसर में बनाए गए कोविड वार्ड की व्यवस्था का जायजा लिया एवं अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
भारत में कोरोना से ठीक होने वालों की दर बढ़कर 63 फीसदी से अधिक हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार शाम के आंकड़ों (करीब पांच तक के) के अनुसार, 24 घंटों में रिकॉर्ड 36,145 मरीज ठीक हुए, जबकि रिकवरी रेट बढ़कर 63.92% हो गया और मृत्यु दर घटकर 2.31% हो गई।
झारखंड में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से रांची और जमशेदपुर में दो -दो और व्यक्तियों समेत सात की मौत हो गयी जिसे मिलाकर राज्य में इस संक्रमण से मृतकों की कुल संख्या 83 हो गई है। पिछले चैबीस घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 277 नये मामले सामने आये हैं जिन्हें मिलाकर राज्य में कोविड-19 संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 7841 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग की शनिवार देर रात जारी रिपोर्ट के अनुसार राज्य में रांची और जमदेशपुर में दो-दो, सरायकेला, रामगढ़ एवं धनबाद में एक-एक और कोरोना संक्रमितों की मौत हो गयी।
बिहार कैबिनेट ने राज्य में ड्यूटी के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले सरकारी कर्मचारियों के परिजन को विशेष परिवार पेंशन देने के प्रस्ताव को शनिवार को मंजूरी दे दी। कैबिनेट सचिवालय के विशेष सचिव मिथिलेश कुमार सिंह द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, ड्यूटी के दौरान कोविड-19 से मरने वाले सरकारी कर्मचारियों के निकटतम परिजन को मौजूदा लाभ के अलावा अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर परिजन नौकरी नहीं करना चाहते हैं तो ऐसे सरकारी कर्मचारी के परिवार को उसके सेवानिवृत्त होने की तारीख पर पूरी सैलरी दी जाएगी।’’ यह फैसला एक अप्रैल, 2020 से 31 मार्च, 2021 तक प्रभावी रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है और अभी भी वह उतना ही घातक है जितना शुरुआत के दिनों में था। उन्होंने लोगों से पूरी सावधानी बरतने की अपील की। आकाशवाणी पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘‘मन की बात’’ की 67वीं कड़ी में लोगों के साथ अपने विचार साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान भी सकारात्मक रुख अपनाने और आपदा को अवसर में बदलकर स्थानीय स्तर पर किए गए प्रयोगों के लिए देशवासियों की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है। कई स्थानों पर यह तेजी से फैल रहा है। हमें बहुत ही ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। हमें यह ध्यान रखना है कि कोरोना वायरस अब भी उतना ही घातक है जितना शुरू में था। इसीलिए, हमें पूरी सावधानी बरतनी है।’’
पटना डिवीजन के कमिश्नर संजय अग्रवाल ने आज (रविवार, 26 जुलाई को) पटना से सटे बिहटा में स्थित नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एंड हटस्पिटल का मुआयना किया और वहां चल रहे कोविड-19 के इलाज की समीक्षा की। बिहटा और आसपास में कोरोना के दर्जनभर से ज्यादा केस सामने आए हैं।
बिहार में अब तक कोरोना के 36,314 मरीजों की पुष्टि हुई है। इनमें से 24 हजार 520 लोग ठीक होकर घर लौट चुके हैं। राज्य में अब तक 232 मरीजों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, राज्य में अब तक 4 लाख 42 हजार 125 सैंपल की जांच हुई है। औसतन 12 सैंपल में एक केस पॉजिटिव मिल रहा है।
झारखंड में जुलाई में कोरोना विस्फोट हुआ है।रोजोना औसतन 215 मरीज सामने आ रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि जुलाई के 25 दिनों में 5411 मरीज कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इससे पहले चार महीनों में 30 जून तक केवल 2430 लोग ही इस वायरस से संक्रमित हुए थे। इनमें से 566 ही उस तारीख तक एक्टिव मरीज थे। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 25 जुलाई तक राज्य में 7866 मरीज हो गए हैं। इनमें से 4237 एक्टिव केस हैं। जुलाई में रिकवरी रेट भी गिरकर 44 फीसदी पर आ गई, जबकि जून में यह 75 फीसदी थी।
बिहार में 28 जून तक कोरोना संक्रमितों के ठीक होने की दर राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक थी। यह 78.5 फीसदी तक पहुंच गया था। लेकिन, उसके बाद कोरोना विस्फोट के बाद इस रेट में गिरावट आई है। हालांकि अभी बिहार का रिकवरी दर राष्ट्रीय औसत 63.45% से 4 % अधिक है। पिछले तीन दिनों में ये बढ़ोत्तरी आई है। इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने कोरोना टेस्चिंग ऑन डिमांड बढ़ाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
देशभर में 24 घंटे में कोरोना के 48 हजार 661 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान कुल 705 मरीजों की मौत भी हुई है। इसके साथ ही देशभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 13.85 लाख हो चुकी है। अब तक कोरोना की वजह से देशभर में कुल 32,063 लोगों की मौत हो चुकी है। पढ़ें पूरी खबर
बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2800 से ज्यादा नए केस आने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है, 'हेलो मिस्टर सीएम आप कहां हैं?' वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की ओर से उठाए गए एक सवाल का जवाब देते हुए ट्वीट कर कहा है, 'आदरणीय लालू जी ने 15 वर्ष पहले उस दौर का बेहतरीन हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर सौंपा था लेकिन आपने और नीतीश कुमार ने 15 वर्ष में उसका सत्यानाश कर दिया। आप, यह बतायें 15 वर्ष राज भोगने के बावजूद आपके शासन में अब भी बिहार के अस्पतालों में “रुई और सुई” के अलावा क्या मेडिकल उपकरण उपलब्ध है?' उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने सवाल पूछा था कि अगर आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव को इतनी ही फिक्र है तो उन्होंने अपनी सरकार के दौरान बिहार में अस्पताल क्यों नहीं बनवाए।
बिहार में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 1688 कोरोना संक्रमित मरीज स्वस्थ हुए हैं। ठीक होने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर अब 24,520 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 12461 सैंपल की जांच की गई है। राज्य में पहली बार जांच आंकड़ा भी 12 हजार पार कर गया। इधर, शनिवार को कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डिमांड बेस्ड टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया ताकि जो लोग भी जांच कराना चाहते हैं, उनकर सैंपल की टेस्टिंग हो सके। उन्होंने आरटीपीसीआर से भी टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने की जरूरत जताई।
झारखण्ड में एक अपर पुलिस अधीक्षक, एक उपाधीक्षक और पांच पुलिस निरीक्षकों समेत अब तक 477 पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं। झारखंड पुलिस के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी । उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के एक अधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक स्तर के एक अधिकारी, पुलिस निरीक्षक स्तर के पांच अधिकारी, पुलिस अवर निरीक्षक स्तर के 41 अधिकारी, सहायक अवर निरीक्षक के स्तर के 51 अधिकारी एवं आशु लिपिक स्तर के चार अधिकारी , एक अवर सचिव, एक प्रधान लिपिक, 36 हवलदार, 265 आरक्षी चालक, 17 चतुर्थवर्गीय कर्मचारी एवं 15 गृहरक्षक ऐसे कर्मी हैं जिनका अभी इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त अब तक कोरोना संक्रमित पाये गये सभी पुलिस कर्मियों में से कुल 39 पुलिसकर्मी स्वस्थ भी हो चुके हैं।,
झारखंड में अब कोरोना वायरस का कम्युनिटी स्प्रेड होने लगा है। आईएमए ने इसका दावा किया है। जुलाई के 24 दिनों में झारखंड में मरीजों का आंकड़ा तिगुना बढ़कर 7627 हो गया है, जबकि राजधानी रांची में पांच गुना बढ़कर 1343 पर आंकड़ा पहुंच चुका है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और रिम्स टास्क फोर्स ने दावा किया कि राज्य में कोरोना का कम्युनिटी संक्रमण शुरू हो गया है। इनका कहना है कि रोजाना पहले की अपेक्षा अधिक संक्रमित मिल रहे हैं। 30 जून को पूरे राज्य में 2492 और रांची में 226 संक्रमित थे। रोजाना जिस तरह से सैकड़ों संक्रमित मिल रहे हैं, उससे साफ है कि कम्युनिटी संक्रमण शुरू हो गया। हालांकि आईसीएमआर इसे मान नहीं रहा है।
झारखंड में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से रांची और जमशेदपुर में दो -दो और व्यक्तियों समेत सात की मौत हो गयी जिसे मिलाकर राज्य में इस संक्रमण से मृतकों की कुल संख्या 83 हो गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 277 नये मामले सामने आये हैं जिन्हें मिलाकर राज्य में कोविड-19 संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 7841 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में रांची और जमदेशपुर में दो-दो, सरायकेला, रामगढ़ एवं धनबाद में एक-एक और कोरोना संक्रमितों की मौत हो गयी। इससे राज्य में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 83 तक पहुंच गयी है।
चारा घोटाला मामले में 14 वर्ष कैद की सजा पाने के बाद न्यायिक हिरासत में यहां रिम्स में भर्ती राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण जांच के लिए नमूना लिया गया जिसकी रिपोर्ट रविवार तक आने की संभावना है। राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान :रिम्स: में भर्ती लालू प्रसाद यादव के इलाज का प्रभार संभाल रहे चिकित्सक डा. उमेश प्रसाद ने कहा कि एहतियातन लालू प्रसाद यादव का भी कोरोना वायरस की जांच करने का आज निर्णय लिया गया।
बिहार में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 2,803 नए मामले सामने आए हैं जबकि संक्रमण से 11 लोग की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को बताया कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से अभी तक कुल 232 लोग की मौत हुई है। विभाग का कहना है कि आज आए 2,803 नए मामलों में से 1,782 मामले वे हैं जिनकी जांच 23 जुलाई या उससे पहले हुई थी, जबकि बाकी 1,021 मामले पिछले 24 घंटे में सामने आए हैं। राज्य में शनिवार तक 36,314 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। बुलेटिन के अनुसार, राज्य में फिलहाल 11,562 लोगों का इलाज चल रहा है।
उत्तरी बिहार के बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत सामग्री के पैकेट हेलीकॉप्टर से गिराए गए, जहां बाढ़ के कारण करीब दस लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। हालांकि, राज्य में शनिवार को बाढ़ संबंधित मौत का कोई नया मामला सामने नहीं आने के बीच मृतक संख्या 10 ही रही। पटना जिला प्रशासन की विज्ञप्ति के मुताबिक, भारतीय वायु सेना के एक हेलीकॉप्टर ने पटना हवाईअड्डे से उड़ान भरी और उत्तरी बिहार के 10 जिलों में राहत सामग्री वाले कुल 1,940 पैकेट गिराए। प्रत्येक पैकेट में ढाई किलो चावल, एक किलो दाल, आधा किलो गुड़, माचिस की डिब्बी और मोमबत्ती का पैकेट रखे गए थे।
बिहार कैबिनेट ने राज्य में ड्यूटी के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले सरकारी कर्मचारियों के परिजन को विशेष परिवार पेंशन देने के प्रस्ताव को शनिवार को मंजूरी दे दी।
कैबिनेट सचिवालय के विशेष सचिव मिथिलेश कुमार सिंह द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, ड्यूटी के दौरान कोविड-19 से मरने वाले सरकारी कर्मचारियों के निकटतम परिजन को मौजूदा लाभ के अलावा अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर परिजन नौकरी नहीं करना चाहते हैं तो ऐसे सरकारी कर्मचारी के परिवार को उसके सेवानिवृत्त होने की तारीख पर पूरी सैलरी दी जाएगी।’’ यह फैसला एक अप्रैल, 2020 से 31 मार्च, 2021 तक प्रभावी रहेगा।
झारखंड में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से रांची और जमशेदपुर में दो -दो और व्यक्तियों समेत सात की मौत हो गयी जिसे मिलाकर राज्य में इस संक्रमण से मृतकों की कुल संख्या 83 हो गई है। पिछले चैबीस घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 277 नये मामले सामने आये हैं जिन्हें मिलाकर राज्य में कोविड-19 संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 7841 हो गयी है।
बिहार में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। शनिवार को कोरोना के एक मरीज ने पटना एम्स से कूदकर आत्महत्या कर ली है। मरीज ने एम्स की ऊपरी मंजिल से छलांग लगाई, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। कोरोना के मरीज के आत्महत्या करने के बाद से अस्पताल में अफरा-तफरी मच गया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
गिरधारी लाल जोशी। भागलपुर पुलिस रेंज के डीआईजी सुजीत कुमार ने कोरोना मर्ज से लड़ने के लिए टू पी फार्मूला को बखूबी इस्तेमाल किया है। जिससे काफी हद तक कामयाबी मिली है। वे बताते है कि रेंज के नौगछिया और बांका ज़िले में इसका उपयोग ज्यादा कारगर रहा है। मगर भागलपुर में यह संभव नहीं है। अबतक तीनों ज़िले मिलाकर 115 पुलिसकर्मी संक्रमित हुए है। शनिवार को अपने दफ्तर में जनसत्ता संवाददाता से बातचीत में वे बोले कि डाक्टर और सरकार के जारी निर्देशों का पालन न करने वाले ही सबसे बड़े दोषी है। मास्क , देह दूरी, बार-बार हाथ न धोने वाले और जहां तहां थूकने वालों पर पुलिस सक्रियता से कार्रवाई कर रही है। टू पी का मतलब पीपुल्स और पैलेश । उनका कहना है कि जिस स्थान का शख्स संक्रमित हुआ है वह जगह भी संक्रमन की चपेट में स्वतः हो जाती है। इसलिए संक्रमित को वहां से हटाने के साथ-साथ स्थान को भी कुछ दिनों के लिए बंद कर सेनेटाइज किया जाना चाहिए।
यह फार्मूला नौगछिया के टाउन थाना, एससी-एसटी थाना, और महिला थाना पर आजमाया गया। जो कामयाब रहा। वे बताते है कि नौगछिया में अबतक 50 पुलिसकर्मी संक्रमित पाए गए है। जिनमें से 45 स्वस्थ होकर काम पर लौट गए है। यह राहत और खुशी की बात है। डीआईजी ने बताया कि नौगछिया का शहरी थाना के डेढ़ दर्जन से ज्यादा कर्मी संक्रमित हो गए थे। सभी को अलग कर थाने के कामकाज को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया। इससे राहत मिली। वहां के एसपी दफ्तर के पांच लोग संक्रमित पाए गए। लेकिन सभी ने कोरोना को मात दी। बांका के एक डीएसपी समेत तीन पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो इलाजरत है। डीएसपी की तबियत ज्यादा बिगड़ने की वजह से बेहतर इलाज के वास्ते उन्हें शनिवार को पटना भेजा गया है। यहां भी टू पी का फार्मूला कामयाब है। मगर भागलपुर में यह सफल इस वजह से नहीं हो सकता कि यहां की पुलिस लाइन समेत नौ पुलिस संस्थान कोरोना संक्रमण की चपेट में है।
फिर भी भागलपुर के 57 पुलिसकर्मी संक्रमित होने के बावजूद 28 ने कोरोना से जंग जीत ली है। वे अपनी ड्यूटी पर लौट आए है। बाकी इलाजरत है। और हिम्मत के साथ कोरोना को पराजित करने के लिए लड़ रहे है। इनके इलाज में भी कोई कोताही नहीं बरती जा रही है। वे खुद इनके हालचाल ले रहे है। दरअसल डीआईजी कुमार भागलपुर पुलिस रेंज के कोविड-19 के लिए नोडल अधिकारी भी बनाए गए है। इस लिहाज से तीनों ज़िलों के पुलिस कर्मियों की खैरियत रिपोर्ट रोजाना लेते है। मुख्यालय को भी अवगत कराते है। रोजाना शाम को मुख्य सचिव के साथ कानून-व्यवस्था को लेकर वीडियो कांफ्रेंसिंग करते है। डीआईजी कहते है कि पुलिस का काम ऐसा है कि पीपीई जैसी सुरक्षा किट पहनकर ड्यूटी नहीं किया जा सकता। सड़क पर वाहन चेकिंग, अपराधियों को दबोचने, छापामारी करने जैसे कामों में संक्रमित होना लाजमी है। फिर भी मातहत पुलिस वालों से सजग व अपने को सुरक्षित कर अपनी ड्यूटी करने को कहा गया है।
गिरधारी लाल जोशी। बिहार के कोरोना समर्पित तीन मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में सरकार के चार दिन पहले बनाए गए नियंत्रण कक्ष किस लापरवाही से काम कर रहे है। इसकी बानगी एनएमसीएच पटना में देखने को मिली है। मरीज के परिजन डॉक्टर और नियंत्रण कक्ष के चक्कर काटते रहे लेकिन किसी ने मरीज की सुध नहीं ली और अतंत: उसने दम तोड़ दिया। बिहार में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए समर्पित पटना के नालंदा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (एनएमसीएच) में गुरुवार शाम वैशाली जिले के 60 साल उम्र के पॉजिटिव रोगी ने इलाज के बिना तड़प कर दम तोड़ दिया। इनको देखने तक के लिए गुहार लगाते परिवार के लोगों की किसी ने जहमत नहीं उठाई।
वैशाली जिले के महनार बाजार निवासी आशोक कुमार (60) को पिछले एक सप्ताह से सर्दी-खांसी और सांस लेने की तकलीफ थी। 22 जुलाई की शाम उनकी तबीयत अधिक बिगड़ने पर उन्हें हाजीपुर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके अगले दिन गुरुवार को उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई और उन्हें एनएमसीएच रेफर कर दिया गया। परिजनों का आरोप है कि 23 जुलाई को अशोक कुमार को अपराह्न दो बजे एनएमसीएच के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया। वहां मौजूद एक नर्स ऑक्सीजन लगाकर चली गई लेकिन एक घंटे तक कोई भी चिकित्सक मरीज को देखने नहीं पहुंचा। इधर इलाज के बिना मरीज की हालत धीरे-धीरे बिगड़ने लगी। हाजीपुर सदर अस्पताल के चिकित्सक ने रेफर के पेपर में उन्हें वेंटिलेटर पर रखने की सलाह दी थी। इसकी जानकारी परिजनों ने नर्स को दी लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। मरीज कुमार को एनएमसीएच लेकर आए उनके पुत्र लक्ष्यांशु कुमार अस्पताल के कोरोना वार्ड के स्वाथकर्मियों और कोरोना कंट्रोल रूम से गुहार लगाते रहे। लेकिन किसी ने उनकी आरजू मिन्नत पर ध्यान नहीं दिया। इस तरह वे करीब तीन घंटे तक इलाज के लिए तड़पते रहे और आखिरकार उनकी मौत हो गई।
मरीज के परिजन ने राज्य सरकार द्वारा एनएमसीएच के नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी से मोबाइल फोन पर बात कर कोई चिकित्सक के नहीं आने और मरीज का शीघ्र इलाज शुरू करवाने की विनती की । इस पर उन्होंने कंट्रोल रूम से बात करने की हिदायत दी गई। शायद उस वक्त वे वहां मौजूद नहीं थे। बाद में कंट्रोल रूम के लैंड लाइन नंबर पर रिंग कर कोरोना वार्ड में अशोक कुमार नाम के मरीज की हालत खराब होने और तुरंत चिकित्सक भेजने का आग्रह किया। वहां उपस्थित कर्मी ने कहा, “चिकित्सक जा रहे हैं। यदि जल्दबाजी है तो इमरजेंसी वार्ड के सामने गोलंबर के पास चिकित्सक बैठे हुए हैं, आप खुद जाकर चिकित्सक से मरीज को देखने का आग्रह कर सकते हैं। इसके बाद गोलंबर के पास चिकित्सक को ढूंढा गया लेकिन कोई भी नहीं मिला और अंततः मरीज की जान चली गई। इस बात की हामी जनसत्ता संवाददाता ने पत्रकार पुष्पांकर गुप्ता से बातचीत करने पर भी भरी है। मुख्यमंत्री की नाक के नीचे पटना के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के साथ इस तरह का सलूक सरकार की किरकिरी कर रहा है।
झारखंड में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के संक्रमण से रांची में तीन और जमशेदपुर में दो और व्यक्तियों समेत नौ लोगों की मौत हो गयी जिसे मिलाकर राज्य में इस संक्रमण से मृतकों की कुल संख्या 76 तक पहुंच गयी है। राज्य में शनिवार को वायरस संक्रमण के 377 नये मामले सामने आये हैं जिन्हें मिलाकर संक्रमितों की कुल संख्या 7627 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में रांची में तीन और जमदेशपुर में दो और कोरोना वायरस संक्रमितों की मौत हो गयी।
पटना में संक्रमितों की कुल संख्या 5,347 है। वहीं राज्य में संक्रमितों की संख्या 33,511 हो गई। पटना में कुल 1,869 मरीजों का इलाज चल रहा है जबकि पूरे राज्य में 10,458 मरीजों का इलाज चल रहा है। अन्य बेहद प्रभावित जिले भागलपुर में 2,023 मामले, मुजफ्फरपुर में 1,514 मामले, गया में 1,336, रोहतास में 1,257, बेगूसराय में 1,221, सीवान में 1,204 और नालंदा में 1,200 मामले हैं।
बिहार में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अब तक सूबे में 33 हजार से ज्यादा पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। कोरोना संकट के बीच आत्महत्या की घटनाएं भी लगातार सामने आ रही हैं। पटना सिटी से एक 35 वर्षीय युवक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। वह घर पर ही आइसोलेशन में रहकर इस महामारी का इलाज करा रहा था। इसी दौरान शनिवार को उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने ये कदम क्यों उठाया ये साफ तौर से सामने नहीं आया है।
कोरोनावायरस का संक्रमण राज्य के सभी 24 जिलों तक पहुंच चुका है। राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 7564 है। इनमें बोकारो के 149, चतरा के 238, देवघर के 147, धनबाद के 466, दुमका के 46, पूर्वी सिंहभूम के 1206, गढ़वा के 384, गिरिडीह के 264, गोड्डा के 93, गुमला के 201, हजारीबाग के 488, जामताड़ा के 49, खूंटी के 46, कोडरमा के 411, लातेहार के 226, लोहरदगा के 196, पाकुड़ के 199, पलामू के 215, रामगढ़ के 320, रांची के 1343, साहेबगंज के 148, सरायकेला के 153, सिमडेगा के 400 और पश्चिमी सिंहभूम के 175 मरीज शामिल हैं।