छठ पूजा के तुरंत बाद बिहार के चुनाव प्रचार में तेजी आएगी। अगले सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार जाएंगे और रोड शो करेंगे। यह रोड शो पटना में संभावित है। वहीं, दूसरी ओर विपक्षी गठबंधन को ज्यादा से ज्यादा सीट मिल सके, इसके लिए खुद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बिहार में प्रचार अभियान की शुरूआत करेंगे। इसके लिए पार्टी नेताओं के बीच आम सहमति बन गई है।
बताया जा रहा है कि पहले ही राहुल गांधी व प्रियंका गांधी बिहार में दो रैलियों को संबोधित करेंगे और विपक्षी गठबंधन के लिए आम जनता से वोट मांगेंगे। इसके लिए हाल ही में कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, अशोक गहलोत और अजय माकन की अध्यक्षता वाली एक बैठक में यह निर्णय लिया गया है। दोनों नेता एक ही दिन में दो बड़ी रैली करेंगे। बताया जा रहा है कि इस प्रचार अभियान में राहुल गांधी करीब 12-14 छोटी-छोटी सभाएं करेंगे। वहीं प्रियंका गांधी ऐसी दस रैलियां कर सकती है। ये रैलियां कहां होंगी, जल्द ही इस पर पार्टी आखिरी निर्णय लेगी। वहीं, प्रधानमंत्री का रोड शो आगामी दो नवंबर को होना संभावित बताया जा रहा है।
कांग्रेस ने तय किए पहले चरण के प्रमुख
प्रचारक : भारतीय जनता पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने भी बिहार में होने वाले पहले चरण के मतदान के लिए अपने प्रमुख प्रचारकों के नाम तय कर दिए हैं। पहले चरण के चुनाव प्रचार में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी शामिल रहेंगी।
‘हां हम बिहारी हैं जी’ गीत से बिहार में चढ़ा सियासी पारा, मनोज तिवारी ने गाया गाना
इसके अतिरिक्त पार्टी ने अपने शीर्ष नेताओं को भी इस प्रचार में उतारने का निर्णय लिया है, जो 40 चेहरे इस प्रचार के लिए उतरेंगे। उनमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सुखविंदर सिंह सुक्खू, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, दिग्विजय सिंह, अधीर रंजन चौधरी, मीरा कुमार, सचित पायलट, चरनजीत सिंह चन्नी, रणदीप सुरजेवाला, अखिलेश प्रसाद सिंह, अलका लांबा, पवन खेड़ा, जीतू पटवारी, कन्हैया कुमार, अजय राय, अनिल जयहिंद, राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, राजेंद्र पाल गौतम समेत पार्टी के अन्य नेता शामिल किए गए हैं।
मोदी-शाह और योगी की है सबसे अधिक मांग
बिहार चुनाव के घोषणा होने के बाद भाजपा ने भी अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी। इस सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 40 स्टार प्रचारक शामिल हैं। पार्टी सूत्र बताते है कि राज्य में शुरूआत में हुई प्रधानमंत्री और गृहमंत्री रैलियों के बाद सबसे अधिक मांग उम्मीदवारों की तरफ से इनकी रैलियों के लिए आ रही है। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी रैली के लिए सबसे अधिक मांग है। पार्टी की तरफ से केंद्रीय स्तर पर पहले ही विधानसभा के स्तर पर दिल्ली से भी नेताओं की ड्यूटी लगाई जा चुकी है।
