Bihar Elections 2020 में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली JDU चिराग पासवान और उनकी LJP के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि वह BJP के लिए 128 सीटें छोड़ते हुए 115 सीटों पर विस चुनाव लड़ना चाहती है। सूत्रों की मानें तो जेडीयू की चाहत है कि बीजेपी ही LJP को अपने कोटे की सीटों में से यानी इन्हीं 128 सीटों में से सीट दे दे।

जेडीयू सूत्रों ने ‘The Indian Express’ को बताया कि पार्टी 115 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए दावा कर रही थी। JD(U) में एक सूत्र ने कहा, “साल 2010 में जेडीयू और बीजेपी ही थीं, लिहाजा सीट शेयरिंग पर अधिक दिक्कतें नहीं थीं। 2015 में हम महागठबंधन का हिस्सा थे और हम तब 101 सीट पर लड़े थे। अब हम फिर से NDA का हिस्सा हैं और और हम 115 सीटों के लिए दबाव डाल रहे हैं। बीजेपी को अपने कोटे से LJP को सीटें देने दीजिए और हम अपने हिस्से की सीटों से जीतन राम मांझी की HAM का ख्याल रखेंगे।

एक बीजेपी नेता ने बताया- दिल्ली में बीजेपी और जेडीयू के शीर्ष नेताओं के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत चल रही है। फिलहाल नंबर्स को लेकर कुछ भी कहना मुश्किल होगा। पारंपरिक ढंग से हमें समान भागीदारों के रूप में चुनाव लड़ना चाहिए जैसा कि हमने पिछले लोकसभा चुनावों में किया था। हमारी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के दौरान पांच सिटिंग सांसदों को टिकट न देकर बड़ा दिल दिखाया था। साथ ही जेडीयू को लड़ने के लिए बराबर सीटें (17) दी थीं। अब ऐसा ही कुछ करने की जेडीयू की बारी है।

उन्होंने आगे बताया, “बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व एलजेपी के संपर्क में है और सीट शेयरिंग मसले को हल करने में जुटा है।” यही नहीं, बीजेपी और जेडीयू के बीच में कुछ सीटों को लेकर विवाद है और इस बारे में उन्हीं नेता ने कहा- हम उनकी कुछ सिटिंग सीट्स चाहते हैं और जेडीयू हमारी कुछ सीटें चाहती है। ढेर सारी चीजें इस पर निर्भर करेंगी कि लालू की आरजेडी कितनी सीट पर लड़ती है। अक्टूबर में सीट बंटवारे को लेकर ऐलान हो सकता है।

बता दें कि एलजेपी के आक्रामक तेवरों के बीच सीट शेयरिंग के मसले पर जेडीयू और बीजेपी फूंक-फूंक कर कदम रख रही हैं। मौजूदा समय में बिहार में JD(U) के पास 71 विधायक और BJP के पास 53 MLA हैं। साल 2010 के विस चुनाव में JD(U) और BJP क्रमशः 141 और 102 पर लड़ी थीं।