काफी लंबे समय बाद बिहार पहुंचे राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू प्रसाद यादव ने कहा कि “वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार का विसर्जन करने के लिए पटना आए हैं।” इस पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि “लालू प्रसाद गोली मरवा दें, सबसे अच्छा यही होगा और बाकी कुछ नहीं कर सकते हैं। अगर चाहें तो गोली मरवा सकते हैं।” मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि लालू यादव की बात को छोड़ दीजिए, वे और कुछ नहीं कर सकते हैं। उनके वश का नहीं है।

राजद नेता लालू प्रसाद यादव ने अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘उनकी कभी प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा थी। उनकी घटती लोकप्रियता को देखते हुए भाजपा और नरेंद्र मोदी को सोचना चाहिए कि उनका क्या किया जाए।’’

तीन साल बाद बिहार लौटे लालू ने कहा कि वह आज भी कांग्रेस को ‘‘राष्ट्रीय विकल्प’’ के रूप में मानते हैं, जिसकी देश को जरूरत है। उन्होंने कांग्रेस के साथ हालिया तकरार के लिए ‘‘छुटभैए’’ नेताओं को जिम्मेवार ठहराया।

राजद द्वारा तारापुर और कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने का ‘एकतरफा’ फैसला करने पर कांग्रेस ने अगले लोकसभा चुनाव में बिहार में अकेले मैदान में उतरने की घोषणा की थी। इस पर लालू ने कांग्रेस पर तीखे हमले किए थे । कई बीमारियों से पीड़ित लालू ने कहा कि वह बुधवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन दोनों निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करेंगे।

उन्होंने इन विधानसभा क्षेत्रों में अपने छोटे पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव द्वारा चलाए जा रहे प्रचार अभियान की तारीफ करते हुए कहा कि तेजस्वी ने बहुत अच्छा काम किया है। लालू ने दावा किया कि इन दोनों सीटों पर उनकी पार्टी की जीत के बाद सत्तारूढ़ राजग में भगदड़ मच जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भारती जनता पार्टी नीत राजग गठबंधन ने पिछले साल विधानसभा चुनाव के नतीजों में हेरफेर कर सत्ता हासिल की थी।

लालू ने कांग्रेस के साथ गतिरोध के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘कांग्रेस को कोई उतना नहीं जानता जितना मैं जानता हूं। किसी ने भी इसका उतना बचाव नहीं किया, जितना मैंने किया ।’’ राजद सुप्रीमो ने कांग्रेस के बारे में कहा, ‘‘ यह एक राष्ट्रीय पार्टी है जो स्पष्ट रूप से भाजपा का विकल्प है। यह छुटभैया हैं जो सब कुछ खराब कर रहे हैं।’’