बिहार में नीतीश कुमार की नेतृत्व वाली जेडीयू-बीजेपी गठबंधन सरकार का विश्वास मत प्रस्ताव पर फैसला होने से पहले सोमवार को पूरे समय राजनीतिक गतिविधियां तेजी से बदलती रहीं। सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई विधायकों के गायब रहने और कई के पाला बदलने की भी चर्चाएं होती रहीं। 10 पॉइंट्स में जानें विश्वास मत प्रस्ताव पर विधानसभा में चर्चा होने से पहले क्या-क्या हुआ?
- सोमवार की सुबह कुछ विधायकों के मोबाइल फोन बंद रहने और संपर्क नहीं हो पाने से ऐसी चर्चा रही कि आरजेडी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव कुछ बड़ा खेल कर सकते हैं और सीएम नीतीश कुमार को बड़ा झटका दे सकते हैं। इसको लेकर यह भी कहा गया कि विधायक पाला बदल सकते हैं।
- सोमवार की सुबह अचानक यह भी खबरें आईं कि पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के नेता जीतन राम मांझी का फोन बंद है। उनसे भी संपर्क नहीं हो पा रही है। एक दिन पहले ही उन्होंने अपने चारों विधायकों से सरकार के पक्ष में वोट डालने का व्हिप जारी किया था। इससे सत्ता पक्ष में चिंता जताई जाने लगी।
- रविवार को जेडीयू के विधायक दल की बैठक में पार्टी के पांच विधायकों के मौजूद नहीं रहने पर सोमवार को यह चर्चा तेज हो गई कि विधानसभा में मतदान के समय सरकार के लिए संकट खड़ा हो सकता है। सत्ता पक्ष को विश्वास मत जीतने में काफी संकट का सामना करना पड़ सकता है।
- विपक्षी आरजेडी के विधायक पिछले कई दिनों से तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर रखे गए थे। उनका एक विधायक सोमवार की सुबह कुछ देर के लिए “लापता” हो गया। इससे यह भी चर्चा चलने लगी कि नीतीश कुमार की सरकार को विश्वास मत प्रस्ताव पर जीत दिलाने के लिए विधायक ने पाला बदल लिया है।
- बिहार में सोमवार को विश्वास मत से पहले बीजेपी और जेडीयू ने अपने विधायकों को दो अलग-अलग होटलों में रखा। आरजेडी के विधायक पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव के आधिकारिक आवास पर रुके थे।
- सोमवार को विश्वास मत प्रस्ताव पर चर्चा होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष (Speaker) अवध बिहारी ने यह आशंका जताई कि उन्हें पद से हटाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आगे की कार्यवाही के लिए डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी को आसन पर आमंत्रित करते हैं कि वे जिम्मेदारी निभाएं।
- स्पीकर अवध बिहारी के आसन से हटने के बाद डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने कार्यवाही का संचालन किया। इसके बाद अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 125 और इसके खिलाफ 112 वोट पड़े। स्पीकर को उनके पद से हटा दिया गया।
- विश्वास मत पर चर्चा से पहले आरजेडी के संस्थापक सदस्य रहे विधायक प्रह्लाद यादव, विधायक चेतन आनंद और विधायक नीलम देवी ने पाला बदल लिया है। तीनों नेता सत्ता पक्ष में बैठे नजर आए।
- डिप्टी स्पीकर तेजस्वी यादव ने इस पर एतराज भी जताया। उन्होंने कहा कि जो जिस दल का है, वह उसी दल के लिए निर्धारित जगह पर ही बैठे हैं। ऐसा नहीं करने पर उनके वोट को अमान्य (Invalid) माना जाएगा।
- विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार के विश्वास मत प्रस्ताव लाने पर बोलते हुए आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पूछा कि क्या मोदी जी इसकी गारंटी देंगे कि नीतीश अब पाला नहीं बदलेंगे।