Bengal Teachers Recruitment Scam: बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी बुधवार (14 सितंबर, 2022) को वर्चुअल कोर्ट की सुनवाई के दौरान रो पड़े। शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद दोनों वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं।

कोर्ट की सुनवाई के दौरान पार्थ चटर्जी ने न्यायाधीश से कहा, ‘मैं सार्वजनिक रूप से अपनी छवि को लेकर बहुत चिंतित हूं। मैं अर्थशास्त्र का छात्र था। मंत्री बनने से पहले मैं विपक्ष का नेता था’।

उन्होंने कोर्ट से अपील करते हुए कहा कि मैं राजनीति का शिकार हूं। कृपया ईडी को एक बार मेरे घर और मेरे विधानसभा क्षेत्र का दौरा करने के लिए कहें। मैं एलएलबी हूं और मुझे ब्रिटिश छात्रवृत्ति दी गई थी। मेरी बेटी यूके में रहती है। मैं इस तरह के घोटाले में खुद को कैसे शामिल कर सकता हूं? न्याय से पहले मुझे चिकित्सा उपचार दिया जाना चाहिए।

पार्थ चटर्जी के वकील ने कोर्ट से अपील करते हुए कहा कि पार्थ चटर्जी ने जमानत के लिए कोर्ट का रुख किया है। मेरा मुवक्किल जांच एजेंसी के साथ सहयोग कर रहा है। वह भविष्य में भी सहयोग करने को तैयार हैं। कृपया उन्हें किसी भी हालत में जमानत दें। पार्थ चटर्जी ने कोर्ट से कहा, ‘मैं शांति से रहना चाहता हूं। कृपया मुझे अपना जीवन जीने की अनुमति दें। मुझे किसी भी हालत में जमानत दो’।

चटर्जी के तुरंत बाद उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को जज के सामने पेश किया गया। मुखर्जी ने कोर्ट को बताया, ‘मुझे नहीं पता कि यह मेरे साथ कैसे हुआ। मैं वास्तव में नहीं जानता कि प्रवर्तन निदेशालय ने मेरे घर से इतनी बड़ी रकम कैसे और कहां से बरामद की’।

जज ने तब अर्पिता से सवाल किया कि क्या उन्हें पता है कि पैसे कहां मिले। इस पर अर्पिता ने कहा, “मेरे निवास से।” जज ने आगे पूछा, “क्या आप घर की मालिक हैं?” इस अर्पिता ने सकारात्मक जवाब दिया और कहा कि वे उस घर की मालिक हैं। जज ने आगे कहा, “फिर, कानून के अनुसार, आप जवाबदेह हैं।”

इस पर अर्पिता ने कहा, ‘लेकिन मुझे बरामद पैसे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। मैं एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती हूं। मेरे पिता अब नहीं रहे। मेरी 82 वर्षीय मां की तबीयत ठीक नहीं है। मैं एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखता हूं। ईडी मेरे घर पर छापेमारी कैसे कर सकती है’।इसके जवाब में जज ने कहा, ‘ईडी किसी भी घर पर छापा मार सकता है यदि उनकी जांच में इसकी आवश्यकता है। उनके पास शक्ति है’।

बता दें, ईडी ने जुलाई में अर्पिता मुखर्जी के कोलकाता स्थित घरों से करीब 50 करोड़ नकद, सोना और आभूषण बरामद किया था। एजेंसी को आपत्तिजनक दस्तावेज भी मिले थे, जिनके बारे में कथित तौर पर कहा जा रहा था कि वे बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े हैं।

पार्थ चटर्जी का नाम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़ने के बाद चटर्जी को पहले मंत्री पद से हटाया गया और फिर पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अगर कोई आरोप साबित होता है तो उनके नेता के खिलाफ कार्रवाई की जाए।