Bengal SSC Scam: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को कोलकाता में छापेमारी की है। ईडी ने कोलकाता के पंडितिया रोड इलाके में छापेमारी की है। ओम झुनझुनवाला के नाम से रजिस्टर्ड फ्लैट में ईडी की छापेमारी चल रही है। इस मामले में जांच एजेंसी पहले ही ममता बनर्जी की सरकार में मंत्री रहे पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार कर चुकी है।
जानकारी के मुताबिक, फोर्ट ओएसिस परिसर स्थित अपार्टमेंट के बंद होने के कारण लॉक तोड़ने वाले को बुलाया गया है। अर्पिता मुखर्जी की गिरफ्तारी के बाद से उनसे जुड़े कई ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है। इस छापेमारी में ईडी ने करीब 50 करोड़ कैश जब्त किए हैं। जांच एजेंसी का दावा है कि शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए रिश्वत से जुड़ा यह मामला तब का है जब तृणमूल कांग्रेस के नेता पार्थ चटर्जी 2016 में शिक्षा मंत्री थे।
सीएम ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद, उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया था और उनको पार्टी से भी निलंबित कर दिया गया था। पार्थ मुखर्जी फिलहाल उद्योग मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। वहीं, टीएमसी ने भाजपा पर जांच एजेंसी का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था और एक निश्चित समय अवधि में जांच पूरी करने की मांग की।
अर्पिता मुखर्जी के नाम पर 31 जीवन बीमा पॉलिसियों को जब्त किया गया
प्रवर्तन निदेशालय ने अर्पिता मुखर्जी के नाम पर 31 जीवन बीमा पॉलिसियों को जब्त कर लिया है। खास बात यह है कि इन पॉलिसियों में पार्थ चटर्जी को नॉमिनी बनाया गया है। यह जानकारी ईडी ने अदालत को दी थी। बता दें कि ईडी ने पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को कोर्ट में पेश किया था। इस दौरान ईडी ने बताया था कि अर्पिता जांच में सहयोग कर रही हैं लेकिन पूर्व मंत्री जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। कोलकाता के स्पेशल कोर्ट ने चटर्जी और मुखर्जी को पांच अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेज दिया।