अयोध्या में बन रहा “राम मंदिर” 2024 तक भक्तों के लिए खुल जाएगा। मंदिर का 40 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और दो साल बाद भक्त दर्शन के लिए यहां आ सकेंगे। मंदिर के निर्माण कार्य से जुड़े इंजीनियरों ने कहा कि मंदिर की पहली मंजिल 2024 की शुरुआत तक तैयार होने की उम्मीद है।
एनडीटीवी के मुताबिक, राम जन्मभूमि ट्रस्ट द्वारा नियुक्त 5 मुख्य इंजीनियरों में से एक जगदीश ने बताया, “मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। मंदिर की दीवारों में गुलाबी बलुआ पत्थर का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो राजस्थान से मंगवाया गया है।”
शुक्रवार (5 अगस्त, 2022) को राम जन्म भूमि मंदिर की साइट को मीडिया के लिए खोल दिया गया है। इंजीनियरों का कहना है कि राम मंदिर निर्माण के लिए काम करना उनके लिए गर्व की बात है। माना जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले मंदिर को खोल दिया जाएगा।
बता दें कि करीब 2 साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर की आधारशिला रखी थी। मुख्यमंत्री योगी आदियत्यनाथ ने कहा, “500 सालों से से चल रहा संघर्ष अब निष्कर्ष की तरफ आगे बढ़ रहा है। किसी भी भारतीय के लिए यह गौरव का क्षण है। आक्रमणकारियों ने हमारी संस्कृति पर हमला किया, लेकिन आखिर में हमारी जीत हुई।”
मंदिर के निर्माण में 8 से 9 लाख क्यूबिक फीट नक्काशीदार बलुआ पत्थर और 6.37 लाख क्यूबिक फीट अनारक्षित ग्रेनाइट, 4.70 लाख क्यूबिक फीट नक्काशीदार बलुआ पत्थर और 13,300 घन फीट मकराना सफेद नक्काशीदार संगमरमर का इस्तेमाल किया जा रहा है। मंदिर निर्माण के प्रभारी राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने कहा कि गर्भगृह में राजस्थान की मकराना पहाड़ियों के सफेद कंचों का उपयोग किया जाएगा।
आज राम मंदिर भूमि पूजन की दूसरी सालगिरह है। 5 अगस्त, 2020 को राम मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखी गई थी। इस पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पूजन की सालगिरह के दिन कांग्रस ने काले कपड़े पहनकर जो प्रदर्शन किया है, वो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि इस तरह कांग्रेस ने राम भक्तों का अपमान किया है। बता दें कि महंगाई और बेरोजगारी को लेकर आज कांग्रेस ने देशव्यापी प्रदर्शन किया, जिसमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और शशि थरूर समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए।