सैकड़ों करोड़ रुपये के सृजन घोटाले में विपिन शर्मा की गिरफ्तारी से कई राज खुल सकते हैं। इनसे पहले इनकी पत्नी रूबी कुमारी को पटना हवाई अड्डे से इसी साल 13 अगस्त को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। वो कोलकाता से पटना हवाई जहाज से आई थी। विपिन की गिरफ्तारी प्रवर्तन निदेशालय ने भागलपुर से की है। बताते हैं कि घोटाले के मुख्य आरोपी और सृजन महिला विकास सहयोग समिति की सचिव स्व.मनोरमा देवी के ये लोग बहुत करीबी थे। और घोटाले में इनकी भी अहम भूमिका मानी जा रही है।
हालांकि मनोरमा देवी के बेटे अमित और उनकी पत्नी रजनी प्रिया अब भी फरार चल रहे हैं। इनके खिलाफ सीबीआई ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। सूत्र बताते हैं कि विपिन शर्मा से गहन पूछताछ से इन दोनों का भी सुराग मिल सकता है। इनका उनसे गहरा सबंध रहा है। वैसे सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार करने का वारंट जारी कर रखा है। इनमें पूर्णेन्दु कुमार, रूबी कुमारी,और सीमा कुमारी जेल में बंद हैं। रजनी प्रिया, जसीमा खातून, राजरानी वर्मा, अर्पणा वर्मा, सतीश कुमार झा अभी भी फरार हैं। ये सभी सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड के पदधारी हैं।
ज्ञात हों कि सीबीआई अगस्त 2017 से और ईडी मई 2018 से इस मामले में अलग-अलग जांच कर रही है। इसमें अबतक 25 से ज्यादा एफआईआर सीबीआई ने दर्ज की है। जांच के दौरान तीन डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारी अरुण कुमार, जयश्री ठाकुर और राजीव रंजन सिंह गिरफ्तार हो चुके हैं। अरुण कुमार की पत्नी इंदु गुप्ता के बैंक खाते में चार करोड़ रुपये से ज्यादा सृजन के खाते से ट्रांसफर हुए हैं। डेढ़ करोड़ रुपये तो बंधक बैंक के इनके खाते में जमा मिले। घोटाला उजागर होने के बाद निकासी पर रोक लगा दी गई है। इनके अलावा एक दर्जन से अधिक बैंक अधिकारी व कर्मचारी, राज्य सरकार के कार्यलयों में तैनात नाजिर इस मामले में जेल में बंद हैं।
जानकार बताते हैं कि प्रवर्तन निदेशालय ने अब तक डेढ़ सौ करोड़ रुपये के मनी लांड्रिंग का मामला अपनी जांच में पाया है। और सरकारी धन की हेराफेरी कर नोएडा, गाजियाबाद, पटना, देवघर, भागलपुर व दूसरे शहरों में फ्लैट, मकान, जमीन, शोरूम खरीदे गए हैं। बताते हैं कि अब तक ईडी ने अपनी कार्रवाई कर 14 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति जब्त की है। इसी सिलसिले में विपिन शर्मा और पीके घोष को रंक से राजा बने कारोबारियों को गिरफ्तार किया है। इससे सृजन घोटालेबाजों में हड़कंप मच गया है।
सूत्र बताते हैं कि ईडी जिन सृजन से जुड़े लोगों की जायदाद की जांच कर रही है उनमें डा.प्रणव कुमार, डा. अमीना बानो अंसारी, रजनी प्रिया, अमित कुमार, सीमा कुमारी, आस्था लाल, अर्चना लाल, कल्पना कर्ण, असीम कुमार, इंदु गुप्ता, पूजा कुमारी, भारती ठाकुर, विपिन शर्मा, रूबी कुमारी, प्रणव कुमार घोष, जयश्री ठाकुर के नाम शामिल हैं। विपिन शर्मा के खिलाफ नौ मामले दर्ज हैं। इनकी गिरफ्तारी दर्ज पीएमएलए संख्या 05/2021 के तहत की गई है। इसमें एक अन्य आरोपी देवशंकर मिश्र पहले से ही जेल में बंद हैं। मंगलवार को गिरफ्तार कर विपिन को पीएमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश सुनील दत्त मिश्रा की अदालत में पेश किया गया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
ईडी ने जांच में पाया कि भागलपुर में बन रहे जीटीएम मॉल में विपिन और इनकी पत्नी रूबी के नाम सात दुकानें खरीदी गई है। जिसका भुगतान सृजन के बैंक खाते से किया गया है। इसके अलावे गाजियाबाद और पटना में फ्लैट और पूर्णिया से लाखों की गाड़ी खरीदी गई है। विपिन जूते की छोटी सी दुकान चलाता था। इनका भाजपा और इनके नेताओं से करीबी का रिश्ता रहा है। सृजन ने इनके भाग्य के दरवाजे खोल दिए। और रंक से राजा बना दिया। बताया जाता है कि भागलपुर में भी इनके कई शोरूम हैं।
