उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर कवायद तेजी से जारी है। सभी प्रमुख दलों के उम्मीदवार अपना प्रचार प्रसार करने में जुटे हैं। हालांकि टिकटों को लेकर सभी दलों में विद्रोह की स्थिति है। जिन्हें टिकट नहीं मिला उनमें से कुछ अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ मैदान में उतर पड़े हैं। कुछ अन्य लोग मैदान में तो नहीं उतरे, लेकिन खुलकर विरोध जरूर कर रहे हैं।

अमेठी के निकाय चुनाव में लक्ष्मी पत्नी महेश सोनी भाजपा के बागी उम्मीदवार हैं। इस सीट पर भाजपा की मजबूत टीम लक्ष्मी सोनी के साथ है। बाकी खेमे की टीम भाजपा उम्मीदवार के साथ है। इससे अमेठी में गुटबाजी सड़क पर है। अमेठी नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए 9 महिला उम्मीदवार मैदान में हैं। अमेठी की सीट 15 साल से राजेश मसाला के कब्जे में थी।

भाजपा उम्मीदवार और भाजपा की बागी उम्मीदवार दोनों के पति राजेश मसाला के बेहद करीबी थे। टिकट को लेकर दोनों करीबी आमने-सामने हो गए हैं। भाजपा राजेश के साथ है। इसके लिए वे रविवार से चुनाव प्रचार पर निकलने वाले हैं। भाजपा की गुटबाजी में अमेठी के राजा डाक्टर संजय सिंह विधानसभा का चुनाव हार चुके हैं।

जबकि वे चार बार सांसद और दो बार विधायक के साथ केंद्रीय मंत्री तक बन चुके हैं। लेकिन अमेठी विधानसभा चुनाव हार गए थे। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को भी अमेठी विधानसभा में कम वोट पड़े थे। जबकि उस समय अमेठी में भाजपा की विधायक थी। अमेठी जनपद में दो नगर पालिका गौरीगंज,जायस और दो नगर पंचायत अमेठी, मुसाफिरखाना है।

अमेठी, मुसाफिरखाना और जायस भाजपा के कब्जे में थी। लेकिन गौरीगंज सपा विधायक राकेश सिंह के कब्जे में थी। इसीलिए गौरीगंज में रश्मि सिंह पत्नी दीपक सिंह को भाजपा उम्मीदवार बना रखा है। भाजपा के सर्वे में रश्मि सिंह पत्नी दीपक सिंह सबसे ज्यादा मजबूत उम्मीदवार हैं। मुसाफिरखाना के अध्यक्ष भाजपा उम्मीदवार बने हैं। लेकिन वे खुद भाजपा की उम्मीदवारी से खुश नहीं है। उनका कहना है कि वे निर्दल चुनाव लडना चाहते थे। लेकिन भाजपा जबरन टिकट थमा दिया है। अमेठी के निकाय चुनाव में राहुल गांधी और स्मृति ईरानी की साख जुड़ी है।

2024 में लोकसभा चुनाव होना है। जिससे निकाय चुनाव सेमीफाइनल माना जा रहा है। जिला महामंत्री सुधांशु शुक्ल और विधायक पुत्र अनिल मिश्र ने कहा कि सभी सीटों पर केंद्रीय मंत्री की सीधी नजर है। बाकी स्मृति ईरानी चुनाव प्रचार में आने वाली है। इसके लिए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की सभी सीटों पर पैनी नजर है। अपर सचिव विजय गुप्ता चुनावी कमान संभाल रखे हैं।

कांग्रेस की चुनावी कमान संगठन के पास है। जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल के खिलाफ अपने ही कार्यकर्ता से मारपीट करने और जान से मारने की धमकी का मुकदमा तक दर्ज हो चुका है। मामले मेंयूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सहित कई लोग आरोपी बनाए गए हैं। बसपा के जमीनी कार्यकर्ताओं को संगठन में तवज्जों नहीं है। जिससे बसपा के पास बूथ पर लड़ने वाले सिपाही नहीं है।

सपा के दो विधायक है। चार उम्मीदवार मैदान में हैं। लेकिन अमेठी की विधायक सपा उम्मीदवार के नामांकन में नहीं थी। जिससे सपा की गुटबाजी भी किसी से छिपी नहीं है। अमेठी, मुसाफिरखाना, जायस और गौरीगंज में अध्यक्ष पद के लिए 62 उम्मीदवार चुनावी पिच पर उतरे हैं। इसमें 23 महिला और 19 पुरुष उम्मीदवार हैं। 72 वार्डों में सभासद के लिए 354 उम्मीदवार हैं। रायबरेली की चुनावी कमान सोनिया गांधी के प्रतिनिधि केएल शर्मा ने संभाल रखी है। जिससे कांग्रेस मजबूत टीम के साथ जुटी है। रायबरेली कांग्रेस में गुटबाजी नहीं है।