यूपी में चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहा है, वार-पलटवार बढ़ने लगी है। सीएम योगी के चंद्रगुप्त वाले बयान पर अब विपक्ष, उनकी जानकारी पर सवाल उठा रहा है। इसी क्रम में एआईएमआईएम (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि हिंदुत्व सिर्फ फर्जी इतिहास की फैक्ट्री है।

ओवैसी ने योगी पर प्रहार करते हुए कहा कि यह एक और उदाहरण है कि हमें अच्छी सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता क्यों है? उन्होंने ट्वीट कर कहा- हिंदुत्व एक फर्जी इतिहास की फैक्ट्री है। चंद्रगुप्त और सिकंदर युद्ध में कभी नहीं मिले। यह एक और उदाहरण है कि हमें अच्छी सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता क्यों है। अच्छे विद्यालयों के अभाव में बाबा-को सुविधानुसार तथ्य गढ़ने को मिल जाते हैं। बाबा, शिक्षा को महत्व नहीं देते और यह दर्शाता है।

इससे पहले लखनऊ में एक सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए यूपी सीएम आदित्यनाथ ने कहा था- “इतिहास को कैसे विकृत किया गया है! इतिहास ने चंद्रगुप्त मौर्य को महान नहीं कहा, किसे महान कहा? जो उनसे हार गए। वे सिकंदर को महान कहते हैं। देश को धोखा दिया गया है, लेकिन इतिहासकार इस पर खामोश हैं, क्योंकि अगर सच्चाई भारतीयों के सामने आएगी तो समाज एक बार फिर खड़ा होगा। जब समाज खड़ा होगा, तो देश भी खड़ा होगा। पीएम मोदी आज इस देश को खड़ा कर रहे हैं। जब हम बात करते हैं- ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ तो इन मुद्दों पर ध्यान दिया जाता है।”

योगी आदित्यनाथ के इसी बयान को लेकर विपक्ष पलटवार कर रहा है। दरअसल चंद्रगुप्त मौर्य और सिकंदर के साथ कभी युद्ध हुआ ही नहीं है, तो ऐसे में दोनों की तुलना कैसे की जा सकती है? ओवैसी इससे पहले भी सीएम योगी और भाजपा पर मुस्लिम समुदाय को लेकर हमलावर रहे हैं। एक रैली के दौरान ओवैसी ने बीजेपी पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि इतनी नफरत फैला दी गई है कि हरा रंग देखकर ही भक्त लाल हो जाते हैं।

बता दें कि ओवैसी की पार्टी अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर लड़ने का ऐलान कर चुकी है। औवैसी लगातार रैलियां भी कर रहे हैं। हालांकि औवैसी, यहां सत्ताधारी दल के साथ-साथ मुख्य विपक्षी पार्टी सपा के निशाने पर भी हैं। सपा, ओवैसी पर बीजेपी की बी-टीम होने का आरोप लगाती रही है।