दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के बाद अब पार्टियां एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का खेल खेलने लगी है। दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी जहां इस प्रदूषण के लिए पराली और पटाखों को दोष दे रही है, तो वहीं विपक्ष इसके लिए सरकार की नाकामी पर दोष मढ़ रहा है। एक टीवी डिबेट में भी कुछ इसी तरह से आप, बीजेपी और कांग्रेस के प्रवक्ता भिड़ते दिखे।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राघव चड्ढा ने आजतक पर चल रहे एक डिबेट में भाग लेते हुए कहा कि प्रदूषण के लिए पराली भी जिम्मेदार है। एंकर अंजना ओम कश्यप के पूछे गए सवालों पर आप नेता ने कहा- “दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने दो दर्जन कदम उठाए हैं। आपने जब भाजपा के प्रवक्ता को कहा कि पराली को रोकने के लिए भाजपा की हरियाणा सरकार, ये डी कंपोडर स्प्रेडर स्प्रे करके पराली जलाने की जितनी भी घटनाएं हैं, उसे कम करिए, तो ये कहते हैं कि आप आइए हमारे साथ बैठिए, आप चाय पीजिए हम आपको सुझाव देंगे”।
आप नेता ने आगे कहा कि जब सॉल्यूशन मौजूद है, जब पूसा बायो डी कंपोजर का स्प्रेडर मौजूद है, तो आप हरियाणा में उसे क्यों नहीं लागू करते। तो ये जवाब नहीं देंगे। इसी बीच भाजपा के प्रवक्ता आर पी सिंह, राघव को टोकते हुए बीच में बोलने लगे। जिसके बाद दोनों ओर से शब्दों के बाण छुटने लगे। राघव चड्ढा बीजेपी प्रवक्ता की इस हरकत पर माइक पॉल्यूशन की बात कहने लगे। जिसके बाद एंकर के रूप में मौजूद अंजना ओम कश्यप को दोनों के बीच में बोलना पड़ गया। उनके बीच-बचाव के बाद जाकर ये डिबेट फिर से आगे बढ़ सका।
इसके बाद बीजेपी प्रवक्ता ने पलटवार करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार ने सात साल में एक भी बस नहीं जोड़ी, जो करना चाहिए था, वो किया नहीं। इसलिए दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं। अगर पराली का असर है तो बाकि जगह क्यों नहीं है?
आप-बीजेपी के बाद जब कांग्रेस प्रवक्ता की इस डिबेट में बारी आई तो उन्होंने भी राघव चड्ढा के आरोपों पर जोरदार पलटवार किया। कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने कहा- पराली जली बठिंडा में, ना चंडीगढ़ में असर होता है, ना करनाल में, ना पानीपत में असर होता है। सीधे दिल्ली पर सीधा असर हो जाता है, पता नहीं क्या वैज्ञानिक कारण है इसका?