सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में बताया कि 2012 से 2014 के बीच पिछले तीन साल में नकली शराब पीने के कारण 2927 लोगों की मौत हुई है। लोकसभा में असादुद्दीन ओवैसी के प्रश्न के लिखित जवाब में गृह राज्यमंत्री हरि भाई पार्थीभाई चौधरी ने कहा कि साल 2012, 2013 और 2014 में अवैध और नकली शराब के सेवन की क्रमश: 725, 520 और 1797 मामलों की सूचना प्राप्त हुईं।

इस दौरान क्रमश: 731, 497 और 1699 लोगों की जानें गई हैं। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान की सातवीं अनुसूचि में पुलिस और लोक व्यवस्था राज्य का विषय है और इसलिए अपराध की रोकथाम करने, उसका पता लगाने, दर्ज करने और उसकी जांच करने और मुकदमा चलाने की पहली जिम्मेदारी राज्य सरकारों की है।

चौधरी ने कहा कि हालांकि केंद्र सरकार अपराध की रोकथाम के मामलों को काफी महत्व देती है और इसलिए राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनों से निरंतर दंड न्याय प्रणाली में सुधार करने की दिशा में यथासंभव उपाय करने का अनुरोध करती है।

एकअन्य सवाल के जवाब में चौधरी ने बताया कि देश की जेलों में 5394 कैदी मानसिक बीमारियों से पीड़ित हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 के अंत में राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, देश की जेलों में बंद 5394 कैदी मानसिक बीमारी से पीड़ित थे।

उन्होंने एम के राघवन और अभिजीत मुखर्जी के एक अन्य सवाल के लिखित जवाब में बताया कि एनसीआरबी द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार देश में वर्ष 2012, 13, और 2014 में महिलाओं पर तेजाब फेंकने के क्रमश: 85, 128 और 137 मामले दर्ज किए गए जो इस प्रकार की घटनाओं में वृद्धि को दिखाते हैं।

एक सवाल के जवाब में चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में पिछले तीन वर्षो की तुलना चालू वर्ष में वाहन चोरी के मामलों में 83 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अक्तूबर माह तक दिल्ली में वाहन चोरी के 26,650 मामले दर्ज किए गए। उन्होंने कहा कि 2014 में वाहन चोरी के 23,411 मामले दर्ज किये गए थे जबकि 2013 में 14,936 मामले और साल 2012 में वाहन चोरी के 14,446 मामले दर्ज किए गए। मंत्री ने कहा कि इस वर्ष अक्तूबर माह तक चोरी किये गए वाहनें में से 1676 वाहनों को पुलिस ने बरामद किया और वाहन चोरी करने वाले 13 गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया।