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चीन के तियानजिन शहर में सोमवार, 1 सितंबर 2025 को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का 25वां शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ। (PTI Photo)
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इस समिट में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक मंच पर नजर आए। (PTI Photo)
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इस दौरान तीनों नेताओं की मुलाकात और अनौपचारिक बातचीत चर्चा का विषय बन गई। (PTI Photo)
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मोदी-पुतिन की गर्मजोशी भरी मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन जब मंच पर मिले तो उन्होंने गले लगकर एक-दूसरे का स्वागत किया। (PTI Photo) -
दोनों नेताओं की यह गर्मजोशी साफ तौर पर उनकी गहरी दोस्ती और मजबूत रिश्तों को दिखा रही थी। (PTI Photo)
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बैठक के बाद दोनों एक ही कार से द्विपक्षीय बातचीत के लिए रवाना हुए और करीब 45 मिनट तक कार में ही आपस में बातें की। (PTI Photo)
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पुतिन ने पीएम मोदी को प्रिय मित्र कहकर संबोधित किया, वहीं मोदी ने रूस को भारत का कठिन वक्त का सच्चा साथी बताया। (PTI Photo)
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मोदी ने यह भी कहा कि भारत और रूस हमेशा मुश्किल समय में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं और दुनिया की स्थिरता के लिए दोनों देशों की साझेदारी बेहद अहम है। (PTI Photo)
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किनारे खड़े दिखे शहबाज शरीफ
इस सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी मौजूद थे। लेकिन एक पल ऐसा आया जब मोदी और पुतिन आपस में बातचीत करते हुए हॉल से गुजर रहे थे और शहबाज शरीफ किनारे खड़े होकर उन्हें टकटकी लगाए देखते रह गए। (PTI Photo) -
इस तस्वीर को देखकर ऐसा लग रहा है कि न तो कोई उनसे बातचीत कर रहा था और न ही उन्हें कोई खास तवज्जो मिल रही थी। यह नजारा सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। (PTI Photo)
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शी जिनपिंग का वैश्विक संदेश
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए वैश्विक व्यवस्था में “धौंस और दबाव” की प्रवृत्तियों की आलोचना की। (AP Photo) -
उन्होंने कहा कि एससीओ अब वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में अहम भूमिका निभा रहा है। (PTI Photo)
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जिनपिंग के अनुसार, सदस्य देशों की सम्मिलित अर्थव्यवस्था 30 ट्रिलियन डॉलर के करीब पहुंच चुकी है और चीन का निवेश 84 बिलियन डॉलर से अधिक है। (PTI Photo)
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पीएम मोदी का आतंकवाद और संप्रभुता पर सख्त रुख
पीएम मोदी ने एससीओ मंच से आतंकवाद पर कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आतंक शांति और विकास की राह में सबसे बड़ा अवरोध है और इस पर कोई ढील भारत को मंजूर नहीं। (PTI Photo) -
इसके अलावा उन्होंने पाकिस्तान और चीन के बीच बनने वाले चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) पर भी आपत्ति जताई। (PTI Photo)
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मोदी ने कहा कि किसी भी परियोजना में शामिल देशों की संप्रभुता का सम्मान जरूरी है, वरना ऐसी परियोजनाओं का कोई महत्व नहीं रह जाता। (AP Photo)
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अमेरिका-भारत व्यापार तनाव की पृष्ठभूमि
यह बैठक ऐसे समय हुई है जब अमेरिका और भारत के बीच व्यापार को लेकर तनाव बढ़ा है। (PTI Photo) -
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी तेल के आयात के जवाब में भारतीय निर्यात पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है। यही वजह है कि मोदी-पुतिन की मुलाकात और भी अहम मानी जा रही है। (PTI Photo)
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बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को भारत आने का न्योता भी दिया। उन्होंने कहा कि इस साल दिसंबर में होने वाली 23वीं भारत-रूस शिखर बैठक के लिए 140 करोड़ भारतीय उत्सुक हैं। वहीं, दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध को लेकर शांति प्रयासों पर भी जोर दिया। (PTI Photo)
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समिट के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर अपनी यात्रा को सफल बताया। उन्होंने लिखा कि इस यात्रा के दौरान उन्होंने SCO मंच पर भारत का रुख स्पष्ट किया और विभिन्न वैश्विक नेताओं से उपयोगी बातचीत की। (PTI Photo)
(यह भी पढ़ें: क्यों इतना खास है तियानजिन शहर, किन चीजों के लिए है मशहूर)