धर्मांतरण को लेकर अक्सर आवाजें उठती रहती हैं। कई बार इसको लेकर सियासी जंग भी हुई तो सड़कों पर हिंसक आंदोलन भी हुए। उत्तर प्रदेश के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने ‘सबसे बड़ा गैर कानूनी धर्मांतरण गिरोह’ संचालित करने के आरोप में मेरठ से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बुधवार को बताया कि एटीएस ने मेरठ से इस्लामी विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीकी को मंगलवार रात गिरफ्तार किया। इसको लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर रहमान बर्क ने बड़ी टिप्पणी कर दी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार मुसलमानों को जानबूझकर परेशान करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा चुन-चुन कर मुसलमानों को टारगेट कर रही।

इस मुद्दे को लेकर आजतक टीवी चैनल के डिबेट में भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया के बीच जमकर बहस हुई। अनुराग भदौरिया से जब एंकर चित्रा त्रिपाठी ने पूछा कि क्या वे अपने सांसद शफीकुर रहमान बर्क की टिप्पणी से सहमत हैं तो वे भड़क उठे। उन्होंने उस पर जवाब न देकर भाजपा के खिलाफ तमाम तरह की बातें कहने लगे। एंकर चित्रा त्रिपाठी ने उन्हें टोका कि वे विषयांतर न हों, लेकिन वे लगातार कोविड, महंगाई, कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों पर भाजपा पर सवाल उठाते रहे। एंकर चित्रा त्रिपाठी ने कहा कि पहले आप अपने सांसद की टिप्पणी का जवाब दीजिए, लेकिन वे नहीं मानें। इस पर एंकर ने माइक बंद करा दिया।

हालांकि सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने भाजपा के खिलाफ जो आरोप लगाए, उस पर भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने अपनी बात रखी और कहा कि सपा के लोग इन मुद्दों को विधानसभा में क्यों नहीं उठाते, विधानसभा में तो समाजवादी पार्टी मुख्य विपक्षी पार्टी है, वहां तथ्यों पर बात होगी, तो वे वहां चुप रहते हैं। इस पर अनुराग भदौरिया फिर भाजपा के खिलाफ आरोप लगाना शुरू कर दिए।

धर्मांतरण मामले में मौलाना कलीम सिद्दकी की गिरफ़्तारी पर बीएसपी प्रवक्ता एमएच खान बोले, “अगर धर्मांतरण को लेकर विदेशी फंडिंग आई है तो पुलिस ने पहले क्यों नहीं पकड़ा, ठीक चुनाव के पहले ही क्यों पकड़ा गया?”

इधर, धर्मांतरण गिरोह की गिरफ्तारी पर अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के वित्तपोषण से संचालित किए जा रहे इस्लामिक दावा सेंटर में मूक-बधिर छात्रों का अवैध रूप से धर्मांतरण कराए जाने के मामले में दिल्ली के जामिया नगर निवासी मुफ्ती काजीजी जहांगीर आलम कासमी और मोहम्मद उमर गौतम की पिछली 20 जून को हुई गिरफ्तारी के बाद एटीएस इस मामले की जांच कर रही है और अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।