बिहार में 20 नवंबर को मुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी न्‍योता भेजा है। बुधवार को छठ पर्व खत्‍म होते ही कुमार ने तमाम बड़े नेताओं को खुद फोन कर शपथ समारोह में आने के लिए कहा। इसी क्रम में उन्‍होंने पीएम से भी बात की। 8 नवंबर को आए चुनाव नतीजों में 243 में से 178 सीटें जीतने वाले महागठबंधन के नेता नीतीश 20 नवंबर की दोपहर दो बजे पटना के गांधी मैदान में शपथ लेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि कुमार ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और अन्य केंद्रीय मंत्रियों को भी इसके लिए न्‍यौता भेजा है।

जेडीयू के बिहार अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री को आमंत्रित करना राजनीतिक शिष्टाचार है ओैर आना या न आना उन पर निर्भर है। बिहार भाजपा के उपाध्यक्ष संजय मयूख ने कहा कि प्रधानमंत्री शायद शपथ समारोह में नहीं आ पाएं, क्‍योंकि उनक पहले से कार्यक्रम तय है। उन्होंने बताया कि संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू और केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजीव प्रताप रूड़ी केंद्र सरकार की ओर से शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होंगे। खबर है कि महाराष्‍ट्र सरकार में शिवसेना के दो मंत्री नीतीश के शपथ का गवाह बनने पटना पहुंच सकते हैं। बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चौधरी ने बताया कि राहुल गांधी शपथ समारोह में शामिल हो सकते हैं।

नीतीश ने कई राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों को भी बुलाया है। भाजपा के खिलाफ विभिन्न दलों के बीच बन रही एकजुटता दिखाने के लिए ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, तरुण गोगोई और अखिलेश यादव जैसे कई मुख्यमंत्रियों के कार्यक्रम में शिरकत करने की उम्मीद है। समाजवादी पार्टी के मैनपुरी से सांसद और लालू प्रसाद के दामाद तेज प्रताप यादव ने भी पुष्टि की है कि वह इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। तेज प्रताप छठ पूजा में शामिल होने के लिए ससुराल आए हुए थे।