दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि पेंशन पाने के लिए झूठी घोषणाएं करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और उनके नाम लाभार्थियों की सूची में से हटा दिए जाएंगे। पेंशन लाभार्थियों की आधार संख्या को उनके खातों से जोड़ने वाले सामाजिक कल्याण विभाग ने कहा कि ऐसे मामले सामने आएं हैं जिनमें लोग नगर निगमों और दिल्ली सरकार के संबंधित मदों से पेंशन पा रहे हैं।
सरकार की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक यह मामला सामाजिक कल्याण विभाग की नजर में आया है। कुछ लोग आधार कार्ड, आवास प्रमाणपत्र, आय प्रमाणपत्र आदि के बारे में गलत जानकारी देकर पेंशन पर झूठे दावे कर रहे हैं। इसमें कहा गया है कि विभाग ने चेतावनी दी है कि अगर कोई सूचना गलत पाई जाती है तो लाभार्थी की पेंशन निरस्त कर दी जाएगी और कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
सरकार ने कुछ दिन पहले ही तीनों नगर निगमों की योजनाओं के तहत बुजुर्गों, विकलांगों और विधवाओं के लिए पेंशन योजनाओं के लाभार्थियों का सत्यापन करने के लिए एक समिति का गठन किया था। दिल्ली सरकार ने तीनों नगर निगमों की ओर से जारी पेंशन वितरण में कथित अनियमितताओं के मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी और आरोप लगाया कि इसमें भाजपा के पार्षद शामिल हैं।
पेंशन मामले में दिव्यांग महिला का मजाक बना रही आप : शोभा
निगम पार्षद शोभा विजेंद्र कहना है कि 72 वर्षीय दिव्यांग महिला हरभजन कौर को पेंशन की संस्तुति की और उस महिला के केंद्रीय सूचना आयोग के पत्र पर 6,000 रुपए की पेंशन वापस लौटाने के बाद भी आम आदमी पार्टी के नेता बुजुर्ग महिला पर लगातार व्यंग कर रही हैं। दिल्ली सरकार को पता है कि विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता की पत्नी शोभा विजेंद्र ने मानवता के नाते असक्त दिव्यांग महिला की सहायता की थी।
आप नेता बार-बार मीडिया के माध्यम से एक बुजुर्ग, बीमार महिला और उसके परिवार का मजाक बना रहे हंै। पेंशन के 6,000 रुपए वापस कर देने के बाद भी आप जानबूझकर बिना किसी तथ्य के पेंशन के मुद्दे को भुना कर 400 करोड़ के टैंकर घोटाले पर पर्दा डालना चाहते हैं। हरभजन कौर के पति चरणजीत सिंह भाटिया इस मामले को लेकर आहत हैं। उनका कहना है कि आप और उसके मुखिया अरविंद केजरीवाल उनकी पत्नी जो बिस्तर पर पड़ी है उसकी आड में अपना सीधा करने की कोशिश कर रहे हैं।