भारत में कोरोना का कहर जारी है। हर दिन तीन लाख से अधिक मामले आ रहे हैं। सरकार की तैयारियों को लेकर लोगों की तरफ से सवाल खड़े किए जा रहे हैं। एनडीटीवी के पत्रकार रवीश कुमार ने देश के स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि क्या वो कुछ भी अनाप-शनाप बोलने को स्वास्थ्य मंत्री बने हैं? रवीश कुमार ने पूछा कि हर्षवर्धन ‘CORONIL’ लॉन्च कर रहे थे, आज उस दवा का वो नाम तक नहीं ले रहे हैं।
गौरतलब है कि न्यूयार्क टाइम्स अखबार ने भारत के स्वास्थ्य मंत्री का वो बयान याद दिलाया है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत में महामारी ख़त्म के कगार पर पहुँच गई है। मंत्री ने कोरोना को लेकर “एंडगेम” शब्द का इस्तेमाल किया था। खबर का हवाला देते हुए रवीश कुमार ने लिखा है कि उनसे पूछा जाना चाहिए कि भारत के स्वास्थ्य मंत्री किस वैज्ञानिक आधार पर इसकी घोषणा कर रहे थे ? क्या वो कुछ भी अनाप-शनाप बोलने के लिए स्वास्थ्य मंत्री बने हैं ?
रवीश कुमार ने कहा कि डॉ हर्षवर्धन ने यह बयान तब दिया था जब फ़रवरी महीने में महाराष्ट्र के अमरावती में एक दिन में एक हज़ार केस आ गए थे। अमरावती में 22 फ़रवरी से 1 मार्च तक लॉकडाउन की गई थी। उसके बाद एक और सप्ताह के लिए लॉकडाउन बढ़ाया गया था। यह काफ़ी था किसी भी सरकार को अलर्ट होने के लिए और जनता को अलर्ट करने के लिए।
इधर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट किया है कि कुछ बयान आते थे कि कोरोना संकट को सफलता पूर्वक भारत सरकार ने सुलझा लिया है। सरकार ने अगर सिर्फ राहुल जी की बातों को भी सुन लिया होता तो ये तबाही हमारे ऊपर नहीं आता। मैं हमेशा इस बात को कहूंगा कि मोदी-शाह सरकार की नीतियां विनाशकारी है।
बताते चलें कि देश में कोरोना के दूसरे लहर के आने के कुछ ही दिन पहले स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन कोरोनिल दवा को बाबा रामदेव के साथ लाँच कर रहे थे।