किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि योगी आदित्यनाथ देश के पीएम बनेंगे और नरेंद्र मोदी को बीच में हटाकर राष्ट्रपति बनाया जाएगा। उनका कहना था कि यूपी पर किसी दूसरे को राज करने दो। उनका कहना था कि बीजेपी हेरफेर करके चुनाव जीतने की तैयारी में है। उनका कहना था कि जनता इस बार मौजूदा सरकारों को वोट देने नहीं जा रही है। गांव के लोग हमारी भाषा समझते हैं वो अपनी समझ के हिसाब से वोट दे देंगे। उनका कहना था कि सरकार के कर्मकांड ठीक नहीं हैं।
टिकैत का कहना था कि पीएम और सीएम किसी एक पार्टी का नहीं होता। सरकार कोई गलत नीति लेकर आएगी तो वो विरोध करेंगे। टिकैत बोले कि भगवा रंग कोई बीजेपी का नहीं है। उनका सवाल था कि महर्षि दयानंद क्या बीजेपी के थे। वो बोले कि भगवा रंग समाज का है। एक सवाल पर उनका कहना था कि राजनीति में क्या चल रहा है हम उस पर निगाह रख रहे हैं। हम देख रहे हैं कि कौन सी पार्टी अपने घोषणापत्र में क्या लेकर आ रही है। कानून वापसी का जिक्र कर उन्होंने कहा कि सड़क का आंदोलन ठीक रहेगा तो संसद के दोनों सदन ठीक से काम करेंगे।
पीएम की सुरक्षा में सेंध पर उनका कहना था कि अगर देश में ऐसे शख्स की सुरक्षा को खतरा है तो आम आदमी का क्या होगा। टिकैत का कहना था कि फिरोजपुर में भीड़ नहीं जुटी तो पीएम ने अपना पिंड छुड़ाने के लिए सुरक्षा में सेंध का ड्रामा रच डाला। जहां पीएम का काफिला रुका वहां से कुछ दूर किसान धरने पर पिछले कई दिनों धरना दे रहे थे। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री की जेब में वोट नहीं हैं। अगर वो एक पार्टी के लिए प्रचार करेंगे तो वोट नहीं मिलेंगे। अगला आंदोलन इस बात के लिए होगा कि पीएम व सीएम किसी एक पार्टी के प्रोग्राम में नहीं जाएं। अगर पीएम व सीएम कहीं जाते हैं तो वहां किसी पार्टी का ध्वज ना होकर राष्ट्रीय ध्वज होना चाहिए। पीएम जहां भी जाएं 10 दिन पहले बता दें तो उस क्षेत्र का विकास हो जाएगा।
योगी कार्यकाल को लेकर पूछे गए सवाल पर उनका कहना था कि उन्होंने साढ़े तीन काम ही किए हैं। एंकर के सवाल पर वो बोले कि गन्ने के दाम बढ़ाने के मामले में मायावती पहले नंबर पर थीं तो अखिलेश नंबर दो पर। योगी इस मामले में नंबर तीन पर हैं। बिजली बिलों में छूट देने के मामले पर उनका कहना था कि ये केवल 1 महीने के लिए है। किसान नेता का कहना था कि अखिलेश की सरकार बनी और उन्होंने वायदे पूरे नहीं किए तो उनके खिलाफ भी आंदोलन चलेगा।
एक सवाल के जवाब पर उनका कहना था कि इस बार सारे एंकरों को एक होकर पार्टी बनानी चाहिए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मीडिया वाले कहीं और से सवाल लेकर पूछते हैं। उनका कहना था कि सवाल पहले नागपुर से चलते हैं और फिर दिल्ली पहुंचते हैं। उसके बाद ये सवाल मीडिया के पास पहुंचते हैं। सारे एंकर 1 ही सवाल पूछते हैं। जाहिर है कि वो किसी और की जुबां बोल रहे हैं।
महिलाओं के सवाल पर उनका कहना था कि वो जंगल में लकड़ी काटती घूम रही हैं। घर में रखे सिलेंडर को देखती हैं पर महंगाई से वो खाली ही रहता है। सरकार पर तंज कसते हुए वो बोले कि लोगों को रोजगार चाहिए मुफ्त राशन नहीं। देश की सारी संस्थाएं बेची जा रही हैं। ये तो पकड़ में तब आए जब गांव के लोगों की जमीन बेचने लग गए।