केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को बताया कि देश में छह माह से छह साल की उम्र के नौ लाख से अधिक अत्यंत कुपोषित बच्चों की पहचान की गई है जिनमें से 3,98,359 बच्चे उत्तर प्रदेश के हैं।
महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि देश भर में 9,27,606 ऐसे बच्चों की पहचान की गई है जो अत्यंत कुपोषित हैं और जिनकी उम्र छह माह से छह साल के बीच है। उन्होने बताया कि मंत्रालय ने 2017-18 से 2020-21 तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 5,312 करोड़ रुपये जारी किए हैं जिनमें से 31 मार्च 2021 तक 2,985.56 करोड़ रुपयों का उपयोग किया जा चुका है। स्मृति ने बताया कि आईसीडीएस-आरआरएस पोर्टल के अनुसार, 30 नवंबर 2020 तक देश में छह माह से छह साल की उम्र के, अत्यंत कुपोषित 9,27,606 बच्चों की पहचान की गई है। इनमें से 3,98,359 बच्चे उत्तर प्रदेश के हैं। उन्होंने बताया कि एकीकृत बाल विकास सेवा के तहत, छह माह से छह साल की उम्र के अत्यंत कुपोषित बच्चों को पूरक पोषण प्रदान किया जाता है। पीटीआई ने जून में सूचना का अधिकार के तहत मिले एक जवाब के आधार पर यह आंकड़ा दिया था।
केंद्रीय मंत्री की ओर से दी गई जानकारी के बाद माइक्रो ब्लॉगिंग साइट टि्वटर पर यूजर्स तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देने लगे। किसी टि्वटर अकाउंट से कहा गया कि सच में यह “उत्तम प्रदेश” है, जबकि कुछ बोले कि सरकार तो आपकी की है।
@Prashan68526173 के हैंडल से कहा गया कि देश की आबादी अमेरिका से अधिक है। वोट बैंक पॉलिटिक्स के लिए कांग्रेस ने जनसंख्या नियंत्रण पर कड़ा कदम नहीं उठाया। यही वजह है कि अब हर कोई समस्याओं का सामना कर रहा है।
@SS_Shrawan ने ट्वीट किया, “देश को कहां से कहां ला दिया, सात सालों में मोदी ने। योगी बाबा तो उत्तर प्रदेश नंबर एक के पोस्टर पूरे देश में लगवा रहे हैं, यही नंबर है! कुपोषण में नंबर-1। बेरोजगारी में नंबर-1। भ्रष्टाचार में नंबर-1। महिलाओं के साथ अत्याचार में नंबर-1 और गुंडागर्दी में नंबर-1। #ModiFailed।”
@Sunaa_5V की ओर से कहा गया, “हम जानते हैं स्मृति जी। मैडम चार साल से क्या कर रही थीं? ऐक्टिंग बंद करो। जब उनकी जरूरत (चुनाव) होती है, वह अपनी चिंता दिखाती हैं। न कि बच्चों की जरूरत पर गौर करती हैं। रोटी नमक खिलाने वाले अब तो नौटंकी बंद करो। कितनी सियासी हो गई हैं। चिंता की भी ऐक्टिंग।”
@sawansoodji ने कहा, “एक साल से सरकार मुफ्त राशन बांट रही है, फिर भी यह हाल है।” @Santosh04229968 के अकाउंट से लिखा गया- नौ लाख नहीं है, स्मृति जी यह संख्या करोड़ों में है। खुद के मन की बात करने में डूबे लोग कुपोषित बच्चों के मन की बात कब सुनेंगे? राज्यसभा में आकर रो देने से कुछ नहीं होता। पिछले सात साल से आपकी सरकार ने किया क्या है?
@mrityun49661399 ने कहा, “ईरानी जी, ऐसा क्यों किया योगी जी के साथ?” @hari_chauhanji ने लिखा- बधाई हो। आपसे यही उम्मीद थी।