Nagpur Lok Sabha: लोकसभा चुनाव का वक्त है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी विपक्षी पार्टियों पर परिवारवाद का आरोप लगा रही है। वहीं दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियां भी बीजेपी पर परिवारवाद का आरोप लगाती हैं। कांग्रेस और सपा का कहना है कि बीजेपी में कई परिवारवाद के उदाहरण हैं। जिनमें राजनाथ और कल्याण सिंह समेत कई नामों को लेकर आरोप लगाया जाता है। विपक्ष का कहना है कि राजनाथ के बेटे पंकज सिंह और कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह भी परिवारवाद के ही उदाहरण है। इसी बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने अपने बेटों को लेकर बड़ी बात कही है।
‘मुझे यह चिंता नहीं है कि मेरे लड़कों को रोजगार कैसे मिले। मेरा कोई लड़का राजनीति में नहीं है। मैंने उनको कहा है कि मेरे पुण्य का उपयोग करके तुम राजनीति में मत जाओ। तुमको राजनीति में जाना है तो पोस्टर चिपकाओ, दीवारों पर रंग लगाओ और लोगों के बीच जाओ।’ यह बातें केंद्रीय मंत्री और नागपुर से भाजपा प्रत्याशी नितिन गडकरी ने अपनी लोकसभा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहीं।
नितिन गडकरी ने कहा कि मेरे किए हुए काम पर अगर किसी का अधिकार है तो वो भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का अधिकार है। यह मैंने तय किया है। गडकरी ने कहा कि नागपुर शहर मेरा परिवार है। आप सब मेरे हैं और मैं आपका हूं।
नागपुर से भाजपा प्रत्याशी ने इस दौरान अपनी मां की भी जिक्र किया। गडकरी ने कहा कि मेरी मां ने मुझे बताया था कि तुम दिव्यांग, कैंसर मरीज, हार्ट मरीज की सेवा करते रहो, तुमको कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले मैंने 90 ट्राईसाइकिल दिव्यांगों को दी। जब मैंने इस दौरान उनको गुलाब का फूल दे रहा था उनकी आंखों में आंसू थे। 350 लोगों को पैर लगाकर दिए हैं, वो फुटबॉल खेलने लगे, बुलेट चलाने लगे। मैंने अपने मन में कहा कि सब कुछ मिल गया।
नितिन गडकरी ने कहा कि मैं लोगों के हित लिए काम करता हूं। उसके बावजूद जिसको वोट देना है दे, लेकिन मैं जातिवाद, सांप्रदायिकता नहीं करूंगा। सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास, यह जो मोदी जी ने कहा उसी के अनुसार चलूंगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि संविधान बदलने का सवाल ही नहीं उठता। कांग्रेस पर हमलावर होते हुए गडकरी ने कहा कि इसको लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है। जिन लोगों ने 80 बार इमरजेंसी के समय संविधान को तोड़ने का काम किया वो हमारे बारे में अप्रचार करते हैं। यह ऐसे लोग हैं जो लोगों को कनवेंश नहीं कर सकते तो कन्फ्यूज करने की कोशिश करते हैं।
गडकरी ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि मैं इस चुनाव में निश्चित रूप से पांच लाख से ज्यादा वोटों से जीतूंगा। गडकरी ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि जब मैं पार्टी के लिए प्रचार-प्रसार करता था तो दीवारों पर चूना लगाकर लिखता था, क्योंकि मेरी हैंड राइटिंग खराब थी।
बता दें, महाराष्ट्र में पहले चरण में विदर्भ की 10 में से पांच सीटों पर मतदान होना है। इनमें चार पर भाजपा-कांग्रेस का सीधा मुकाबला है। पिछले चुनाव में महाराष्ट्र की 48 में से 23 सीटें भाजपा जीती थी। इस बार विदर्भ में कई मुद्दे हार-जीत में निर्णायक भूमिका निभाएंगे उनमें विकास प्रमुख मुद्दा है।
नागपुर लोकसभा सीट की बात करें तो यह महाराष्ट्र की सबसे महत्वपूर्ण लोकसभा सीटों में से एक है, क्योंकि यहां से भाजपा के दिग्गज नेता एवं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी तीसरी बार भाजपा के प्रत्याशी हैं। उनके काम का बोलबाला जैसे पूरा देश देख रहा है, वैसे ही उनका अपना शहर नागपुर में भी। कांग्रेस ने उनके मुकाबले नागपुर के ही अपने एक विधायक विकास ठाकरे को टिकट दिया है। नागपुर में पहले चरण यानी 19 अप्रैल को वोटिंग होगी।