चीन के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर से नरेंद्र मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। स्वामी ने तीखे शब्दों में सरकार से चीन को आक्रामक घोषित करने की मांग की है। उन्होंने ट्वीट किया है कि क्या “निर्बल” बनी देखती रहेगी मोदी सरकार?
एक ट्विटर यूजर के ट्वीट का जवाब देते हुए उन्होंने लिखा कि चीन की मंशा लद्दाख के डेमचोक पर कब्जा करने की है। इस बीच तालिबान और पाकिस्तान कश्मीर घाटी में हाथ आजमाएगा। क्या मोदी सरकार ‘निर्बल’ होकर देखती रहेगी? मोदी को खुले तौर पर घोषित करना चाहिए कि राष्ट्रपति शी जीनपिंग की सरकार आक्रामक है। स्वामी के ट्वीट के जवाब में कई यूजर ने उनका समर्थन किया नवीन नाम के यूजर (@navndt)ने लिखा कि मोदी सरकार अभी क्षेत्रीय राजनीति में व्यस्त हैं।
हालांकि कुछ लोगों ने उनकी बात का विरोध भी किया, सुभाष नाम के यूजर (@subhash3)ने लिखा कि आपकी समस्या क्या है स्वामी? आपके बारे में हमारी समझ पूरी तरह से गलत है कि आप विदेश मामलों के बारे में बहुत कुछ जानते हैं, चीन की ओर से क्यों काम कर रहे हैं, क्या आपने भी चीन के साथ कोई समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं?
बताते चलें कि स्वामी लगातार चीन के मुद्दे पर सरकार पर सवाल उठाते रहे हैं। हाल ही में उन्होंने ट्वीट किया था कि चीनी सेना अक्साई चीन के इलाके में सैन्य हवाई अड्डा बना रही है और मोदी सरकार कुंभकर्ण मोड में बनी हुई है। साथ ही उन्होंने लिखा था कि अर्थव्यवस्था के ढहने से देश कमजोर हो गया है। एयरफोर्स में भी चीनी इलेक्ट्रॉनिक्स पर आधारित एस-400 का इस्तेमाल हो रहा है और भारत ने चीन के सामने अपने हवाई लाभ को खो दिया है जिससे कि चीन से आगे निकलने के सपने पर पानी फिर गया है।
बता दें कि पिछले काफी दिनों से भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी चीन और पाकिस्तान को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। पिछले दिनों उन्होंने गलवान घाटी में हुए हमले के एक साल होने पर कहा था कि क्या यह खेदजनक नहीं है कि साल दर साल पुलवामा को पीएम, रक्षा मंत्री, गृहमंत्री याद करते हैं लेकिन हमारे जवानों द्वारा चीनी पीएलए के खिलाफ प्रदर्शित असाधारण बहादुरी को भुला दिया गया।